Long Effects of Covid-19 on Health: कोरोना महामारी शुरू होने के हाद दुनिया भर में करोड़ो लोग इस बीमारी संक्रमित हुए हैं और लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इस संक्रमण पर कोई शोध किए जा रहे हैं. उन ही शोधों में से एक शोध में पता चला है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद गंभीर लक्षणों वाले मरीज में यह पाया गया है कि संक्रमण के एक साल बाद भी उसमें से कम से कम एक लक्षण बना रहता है. यह लक्षण कम से कम संक्रमित लोगों में 50 प्रतिशत में दिखाई देते हैं. इस शोध में यह भी पाया गया है कि हर तीन में से एक लोग में सांस लेने की समस्या बनी रह रही है. वहीं कोरोना के कारण अस्पताल में एडमिट होने वाले लोगों में फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं देखी जा रही है.


बता दें कि यह शोध चीन के वुहान में 1,276 मरीजों पर किया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमित हुए लोगों में बीमार पड़ने की संभावना बहुत अधिक है. इस शोध को करने वाले टीम के मेंबर और चीन-जापान फ्रेंडशिप हॉस्पिटल के प्रोफेसर बिन काओ ने रिपोर्ट पर कहा है है कि हमारा अध्ययन अस्पतालों में भर्ती हुए संक्रमित लोगों के, 12 महीने बाद बीमार होने के संबंध में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है. शोध में शामिल ज्यादातर मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं लेकिन, उनमें से कुछ मरीजों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी देखी जा रही है. बता दें कि इस शोध के नतीजों को लांसेट जर्नल में छपा है.


एक साल बाद भी लक्षण
इस रिपोर्ट के अनुसार कुछ मरीजों को कोरोना के लक्षणों से एक साल बाद भी मुक्ति नहीं मिली है. इस शोध को 7 जनवरी से 29 मई के बीच किया गया है. बता दें कि इस शोध में शामिल लोगों की औसत उम्र 57 साल है. समय के साथ-साथ यह लक्षण अपने आप कम हुए है और ज्यादातर मरीजों में पूरी तरह से ठीक हो गए है. इस रिपोर्ट के अनुसार कुछ मरीजों ने 12 महीने बाद भी सांस लेने में दिक्कत की बात कबूल की.


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