प्यारी-सी नींद के बाद जब बिस्तर छोड़ने की बात आती है तो हममें से ज्यादातर लोग यही चाहते हैं कि बस 10 मिनट और, बस 15 मिनट और... हालांकि ऐसा स्कूल कॉलेज टाइम में अधिक होता है, जब मम्मी आवाज लगाती रहती हैं और हम यही कहते रहते हैं 'मम्मी बस 5 मिनट और...' खैर, आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि सिर्फ 20 मिनट अधिक सोने से शरीर को गजब के फायदे मिलते हैं. 


हालांकि, अगर आप खुद हर दिन 8 घंटे सो रहे हैं तो इस खबर को दिखाकर पैरंट्स पर प्रेशर ना बढ़ाएं कि आपको और अधिक सोने दें! क्योंकि यह खबर सिर्फ उनके लिए है, जो हर दिन 6 से 7 घंटे की नींद ही ले पाते हैं. ये लोग अगर हर दिन सिर्फ 20 मिनट एक्स्ट्रा सोने लगें तो इनकी सेहत में गजब के सुधार देखने को मिलने लगेंगे.


वेट कंट्रोल में मददगार 



  • किंग्स कॉलेज ऑफ लंदन में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि अगर आप रात को अच्छी नींद लेते हैं तो आपकी फूड हैबिट्स ऐसा ना करने वाले लोगों की तुलना में कहीं हेल्दी हो जाती है. क्योंकि अच्छी नींद लेने वाले लोगों को स्वीट क्रेविंग और अधिक सॉल्ट खाने की इच्छा नहीं होती है. इससे भी वेट कंट्रोल रखने में मदद मिलती है.

  • जो लोग रात को पूरी नींद लेते हैं, उनकी बॉडी ब्लॉट नहीं करती. शरीर में अंदरूनी सूजन भी कंट्रोल रहती है. इससे भी मोटापा नियंत्रित रखने में सहायता मिलती है.

  • कई अलग-अलग स्टडीज में यह बात सामने आ चुकी है कि जो लोग पूरी नींद नहीं लेते हैं, उनका वजन अन्य लोगों की तुलना में कहीं अधिक स्पीड से बढ़ता है.

  • रोज 7 घंटे से कम समय सोने वाले लोग जब हर दिन 20 मिनट एक्स्ट्रा सोते हैं तो अगले दिन उन्हें फास्ट फूड या शुगर रिच फूड्स खाने की इच्छा कम होती है. इस तरह ये अगले दिन करीब 10 ग्राम शुगर कम खाते हैं.

  • एक अलग स्टडी में यह बात सामने आई है कि रात को ठीक से ना सोने वाले और पूरी नींद ना लेने वाले लोग अगले दिन करीब 385 कैलरी अधिक खाते हैं. यानी इनका शरीर अधिक कैलरी युक्त फूड खाने की डिमांड करता है और क्रेविंग के चलते ये अधिक शुगर, सॉल्ट और कार्ब्स खाते हैं. इससे इनका वजन बढ़ना शुरू हो जाता है.


20 मिनट अधिक सोने के फायदे



  • यहां यह बात साफ हो चुकी है कि जो लोग हर दिन 6 से 7 घंटे सोते हैं, वे अगर 20 मिनट एक्स्ट्रा सोएं तो उन्हें फिट रहने में मदद मिलेगी.

  • शुगर की क्रेविंग कम होने से मीठी चीजें खाने की इच्छा नहीं होती है या बहुत कम होती है. इससे शरीर में एनर्जी का लेवल बना रहता है और डायबिटीज होने का खतरा भी कम रहता है.

  • कार्ब्स और फास्टफूड की क्रेविंग कम होने से ऑइली और मैदायुक्त फूड्स शरीर में नहीं जाते, इससे फैट नहीं बढ़ता है और वजन नियंत्रित रहता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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