नई दिल्लीः मौसम वि‍भाग ने आने वाले कुछ दिनों में बारि‍श होने की संभावना जताई है. ऐसे में वायरल इंफेक्शन और मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ने का भी खतरा अधिक है. चलिए जानते हैं ऐसी ही एक बीमारी चिकनगगुनिया के बारे में.


क्या है चिकनगुनिया-
चिकनगुनिया भी एडीस प्रजाति के मच्छरों द्वारा फैलता है. ये वही प्रजाति हैं जो डेंगू के लिए जिम्मेदार हैं. चिकनगुनिया होने के बाद दो से 12 दिन तक पता चलता है. तन्जानिया में पहली बार 1952 में इस बीमारी के बारे में पता चला था. एडीस मच्छरों की प्रजातियां साफ पानी में फैलती हैं.


चिकनगुनिया के लक्षण-
चूंकि डेंगू से चिकनगुनिया अलग है, तो इसके लक्षण भी डेंगू से अलग हैं. हालांकि कुछ मामलों में इन दोनों के कुछ लक्षण मिलते भी हैं. यही कारण है कि चिकनगुनिया के सटीक निदान के लिए मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है.




  • बुखार

  • जोड़ों में दर्द

  • सिरदर्द

  • मसल्स में दर्द

  • जोड़ों में सूजन

  • चकत्ते


चिकनगुनिया का इलाज-
चिकनगुनिया वायरस से बचने या उसके इलाज के लिए कोई वैक्सीन नहीं है. इस बीमारी में थोड़ा आराम करना होता है और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खूब सारा पानी पीना होता है.


एसिटामिनोफेन या पेरासिटामोल से चिकनगुनिया के दौरान होने वाले बुखार और दर्द को कम किया जा सकता है. लेकिन इसे डॉक्टर की सलाह पर ही लें. चिकनगुनिया होने पर एस्पिरन ना लें. इसके साथ ही नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेंट्री ड्रग्स ना लें. इससे ब्लीडिंग हो सकती है. चिकनगुनिया के लक्षण दि‍खने पर डॉक्टर से संपर्क करें.


चिकनगुनिया के इलाज के लिए घरेलू नुस्खे-

बुखार को कम करने की करें:
आराम अधिक से अधिक करें. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें जिससे आप डिहाइड्रेशन से बच सकें. इससे शरीर को बुखार से उबरने में मदद मिलेगी. एक आरामदायक तापमान वाले कमरे में रहने की कोशिश करें. कमरा ना तो बहुत गर्म हो और ना ही बहुत ठंडा.


बुखार होने पर स्पंज बाथ आपकी मदद कर सकता है लेकिन शराब या बर्फ की मालिश ना करें. ना ही ठंडे पानी में स्नान करें. इससे आपके शरीर के तापमान में वृद्धि होगी.


कोल्ड पैक:
कोल्ड पैक का उपयोग करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिल सकती है. ठंडा पैक आपकी रक्त वाहिकाओं को कम कर सकता है, सूजन कम कर सकता है और दर्द कम कर सकता है. जल्दी राहत पाने के लिए एक तौलिए में बर्फ लपेटकर सूजन और जोड़ों के दर्द से आराम पा सकते हैं.


अदरक की चायः
गर्म पानी में अदरक डालकर एक स्वादिष्ट अदरक की चाय बनाओ. अध्ययनों से पता चलता है कि अदरक का सेवन दर्द और सूजन को कम कर सकता है.


हल्दी:
हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण आपके जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. लगभग 4 कप पानी में हल्दी पाउडर के एक चम्मच को मिलाकर हल्दी चाय बनाओ. थोड़ा दूध और शहद इसमें डालें. गर्म दूध के एक गिलास में थोड़ा हल्दी डालकर भी पी सकते हैं.


नारियल का तेलः
नारियल के तेल के साथ जोड़ों की हल्की मालिश दर्द में राहत दे सकती है. इसके अलावा, बहुत से फलों और सब्जियों के साथ स्वस्थ भोजन खाएं. चकत्ते के लिए, जैतून का तेल और विटामिन ई को मिलाकर त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.