Avian Influenza: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने हाल ही में बर्ड फ्लू को लेकर एक अलर्ट जारी किया और इसे दुनिया के लिए एक बड़ा और नया खतरा बताया. बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है. ये फ्लू समुद्री पक्षी, बत्तख, मुर्गियों आदि को ज्यादा संक्रमित करता है. इसके अलावा, स्तनधारी जीवों को भी यह प्रभावित कर रहा है. स्तनधारी जीवों में इस इन्फेक्शन के फैलने की वजह से WHO की चिंता काफी बढ़ गई है. यह एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप A वायरस के संक्रमण से होने वाली एक गंभीर बीमारी है.


ऑटर, लोमड़ी, मिंक और सी लॉयन जैसे स्तनधारी जीवों बर्ड फ्लू के फैलने पर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा कि बर्ड फ्लू का खतरा अब इंसानों पर भी मंडराने लगा है, क्योंकि इंसान भी स्तनधारी जीवों का ही एक प्रकार हैं. यह बीमारी पक्षियों के साथ-साथ मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकती है. इसलिए इसको लेकर दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है. हाल ही में WHO के एक एनिलिसिस में यह दावा किया गया है कि बर्ड फ्लू केवल पक्षियों के लिए ही नहीं, बल्कि इंसानों के लिए भी बड़ा खतरा पैदा कर सकता है.


बर्ड फ्लू के 4 स्ट्रेन- H5N1, H5N6, H7N9 और H5N8 सबसे ज्यादा खतरनाक हैं. इनमें से एच5एन1 वायरस के मामले कई स्तनधारी जीवों में पाए गए हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बर्ड फ्लू एक जूनोटिक वायरस है. यही वजह है कि इसके फैलने का खतरा फिलहाल जानवरों में ज्यादा है. हालांकि ऐसा नहीं है कि इंसानों में इसका खतरा पैदा नहीं हो सकता. इस फ्लू को गंभीरता से लेने की जरूरत है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि कोरोनोवायरस के शुरुआती स्ट्रेन्स भी जूनोटिक ही थे, जो महामारी बनकर पूरी दुनिया में फैल गई और कई लोगों की मौत का कारण बन गई.


बर्ड फ्लू से बचाव के लिए बरतें ये सावधानियां 


WHO के मुताबिक, बर्ड फ्लू से बचाव के लिए आपको सबसे पहला काम यह करना है कि किसी भी मृत या बीमार जंगली जानवरों को नहीं छूना है. WHO राष्ट्रीय अधिकारियों के साथ इस स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और इंसानों में H5N1 इन्फेक्शन के मामलों का अध्ययन कर रहा है. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, बर्ड फ्लू वायरस के इन्फेक्शन से इंसानों में बिना किसी लक्षण के भी ये बीमारी हो सकती है, जिसका प्रभाव कम भी हो सकता है और गंभीर भी. इतना ही नहीं, हालत गंभीर होने पर बर्ड फ्लू से पीड़ित मरीज की जान भी जा सकती है.


बर्ड फ्लू के लक्षण


1. बहुत तेज बुखार होना


2. मांसपेशियों में दर्द होना


3. पीठ के ऊपरी हिस्से में ज्यादा दर्द 


4. सिर दर्द होना


5. दस्त लगना


6. खांसी और सांस की दिक्कत होना


7. पेट में दर्द महसूस होना


8. थूक में खून आना


9. नाक या मसूड़ों से खून निकलना


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