Beetroot To Relief Muscle Pain Or Cramp: आपने अगर चंद ही दिन पहले वर्कआउट शुरू किया है या स्कवेट्स लगाने शुरु किए हैं तो दर्द का अहसास भी किया होगा. हो सकता है आपको थाईज में या पिंडलियों की मांसपेशियों में तेज दर्द हो रहा है. इस दर्द से बेहाल होने पर कई बार वर्कआउट  छोड़ने या टालने तक का मन हो जाता है. या , फिर राहत के लिए मसाज और आराम का सहारा लेना मजबूरी हो जाता है. इस क्रैंप से बचने का एक बहुत आसान तरीका है और वो है चुकंदर. आपको बताते हैं कि कैसे एक चुकंदर आपको इस दर्द से निजात दिला सकता है.

 

क्यों होता है मसल में दर्द

वर्कआउट करने के बाद या अचानक रात में सोते हुए मसल क्रैंप या पेन हो तो इसकी वजह लेक्टिक एसिड होता है. मसल्स का काम बढ़ाने वाले किसी भी किस्म के वर्कआउट की वजह से लेक्टिक एसिड बनने लगता है. ये इस बात का इशारा होता है कि आप मेंटली तो वर्कआउट के लिए तैयार हैं लेकिन आपकी मसल्स में अभी उतनी स्ट्रेंथ नहीं आई है. 

 

क्यों होता है लेक्टिक एसिड बिल्डअप?

आप जब इंटेंस वर्कआउट करते हैं. लेकिन आपका शरीर उतनी ऑक्सीजन नहीं प्रड्यूस कर पाता जितनी शरीर को जरूरत है, तब लेक्टिक एसिड बिल्डअप शुरू हो जाता है. जो लोग अचानक अपनी लिमिट से ज्यादा वर्कआउट करते हैं वो इस कंडिशन के शिकार होते हैं. इसलिए एक ही बार में ज्यादा वर्कआउट करने की जगह धीरे धीरे समय बढ़ाएं.

 

चुकंदर से होगा काम आसान

वर्कआउट शुरू करने से पहले अपने शरीर को इसके लिए तैयार करना जरूरी है. वर्कआउट से पहले वॉर्मअप सही तरीके से करना जरूरी है. वर्कआउट के पहले और बाद में खूब पानी पीने का नियम तो सभी जानते हैं. इसके अलावा चुकंदर का जूस जरूर पिएं. अगर आपको जूस पसंद न हो तो चुकंदर को रात की डाइट में बतौर सलाद या किसी अन्य रूप में शामिल कर सकते हैं. चुकंदर का जूस नाइट्रिक एसिड में जल्दी कंवर्ट होता है और ब्लड वेसल्स का साइज बढ़ा देता है. जिससे ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मसल्स तक पहुंचने लगती है. इससे क्रैंप से काफी हद तक राहत मिलती है. 

 

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