ट्रैवलिंग के दौरान बस, ट्रेन या प्लेन का लंबा सफर आपको जितना पसंद आता है, जरूरी नहीं कि आपके पेट को भी उतना ही पसंद आए. हम जितना अधिक चलते और दौड़ते हैं, हमारा पाचन उतना ही सही रहता है और पेट में कोई समस्या नहीं होती. लेकिन कई घंटों तक लगातार बैठे रहने के कारण सफर के दौरान ज्यादातर लोगों का हाजमा बिगड़ जाता है. किसी को पेट में गैस की समस्या होने लगती है तो किसी को पेट दर्द होता है. किसी को कब्ज की समस्या हो जाती है तो किसी को अपच और खट्टी डकारें सताने लगती हैं. आज हम आपके लिए इन सभी समस्याओं का अचूक घरेलू नुस्खा लेकर आए हैं. यह पूरी तरह आयुर्वेदिक और सुरक्षित उपाय है.


आपको छोटी ट्रिप पसंद हो या लंबी छुट्टियों पर जाना, ज्यादातर लोगों को घूमने का शौक होता है. लेकिन ट्रैवलिंग पर निकलने से पहले आप अपने साथ यहां बताई जा रही विधि से बनाकर एक चूर्ण जरूर रख लें. इसे कैसे खाना है और कितनी बार खाना इस बारे में भी आपको, किन-किन समस्याओं के होने पर या किन समस्याओं से बचने के लिए खाना है, इस बारे में यहां विस्तार से बताया जा रहा है.


ऐसे तैयार करें पाचन सही रखने वाली आयुर्वेदिक चूर्ण



  • आपको जितनी मात्रा में भी चूर्ण तैयार करनी है, उसके अनुसार बराबर मात्रा में अजवाइन, सौफ और जीरा ये तीनों चीजें निकाल लें.

  • इन सभी घरेलू मसालों को धीमी आंच पर तबे पर भून लें. ध्यान रखें इन्हें भूनना है, जलाना नहीं है.

  • इन मसालों को तबे पर भूनने के लिए तेल या घी का बिल्कुल भी उपयोग नहीं करना है.

  • जब मसाले अच्छी तरह भुन जाएं तो इन्हें तवे से उतारकर किसी बड़ी प्लेट या थाली में फैला दें ताकि ये ठंडे हो जाएं.

  • इसके बाद इन मसालों को इमामदस्ते में कूट लें, जिसका उपयोग आप चाय के लिए अदरक कूटते समय करती हैं. 

  • तैयार चूर्ण थोड़ी मोटी और दरदरी होगी. इसे शीशी में भरकर रख लें. सफर में इसका उपयोग आपके पेट और मूड को हेल्दी रखेगा.


लूज मोशन होने पर उपयोग की विधि



  • सफर में कुछ ऐसा खा लिया जिससे लूज मोशन लग गए हैं तो आप इस चूर्ण का सेवन करें. लूज मोशन की वजह से कमजोरी भी बहुत आती है, इससे बचने के लिए अपनी डायट में यहां बताया गया बदलाव करें.

  • पानी की बोतल में इलेक्ट्रॉल पॉउडर मिला लें. इसी पानी का सेवन करें. दिन में कम से कम तीन लीटर पानी पिएं और हर बार इलेक्ट्रॉल पाउडर युक्त पानी ही पिएं.

  • भूख लगने पर दही-चावल का सेवन करें. आपके खाने में दही अधिक और चावल कम होने चाहिए. आप चाहें तो जीरा राइस खा सकते हैं. यदि दही में हींग और जीरे का तड़का लग जाए तो और अधिक लाभ होगा.

  • ध्यान रखें कि दही में नमक नहीं मिलाना है. आपको दही खानी है, दही का रायता नहीं. इसे खाने के बाद एक बड़ा चम्मच घरेलू चूर्ण को चबाकर खा लें या फिर इलेक्ट्रॉल युक्त पानी के साथ सेवन करें. 

  • आप इस चूर्ण का सेवन दिन में 5 बार तक कर सकते हैं. हालांकि तीन बार से अधिक लेने की आवश्यकता नहीं होगी.


गैस और अपच होने पर 



  • यदि आपको गैस बन रही है या फिर पेट फूल रहा है, खट्टी डकारें आ रही हैं तो आप एक चम्मच चूर्ण को ताजे पानी के साथ ले लें. आपको कुछ ही देर में राहत मिल जाएगी.

  • गैस, अपच और सीने की जलन से बचने के लिए आप हर बार खाना खाने के बाद इस चूर्ण को एक चम्मच ले सकते हैं. आपको इनमें से कोई समस्या परेशान नहीं कर पाएगी.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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