आपके बच्चे के कद को पर्यावरण, डाइट समेत कई फैक्टर प्रभावित करते हैं. सभी प्रमुख योगदानकर्ताओं में आपकी जीन भी है, जो आपके बच्चे की अंतिम ऊंचाई का 60 से 80 फीसद होता है. जीन के बारे में कुछ नहीं किया जा सकता, लेकिन सही पोषण और शुरुआती उम्र से डाइट देना आपके बच्चे के कद को कुछ इंच बढ़ाने में मदद कर सकता है.


एक साल से लेकर प्यूबर्टी के पहुंचने तक हर साल उसका करीब दो इंच कद बढ़ता है. 12-14 की उम्र यानी प्यूबर्टी में दाखिल होने पर उसकी ऊंचाई प्रति साल 4 इंच की दर से बढ़ना शुरू होती है. ये चरण पार होने के बाद कद का बढ़ना रुक जाता है. इसका मतलब हुआ कि अपने बच्चे की ऊंचाई बढ़ाने के लिए आप सिर्फ 1 से 14 साल की उम्र के बच तक ही उपाय कर सकते हैं. 


पौष्टिक डाइट-चाहे व्यस्क हों या बच्चे, हर शख्स के लिए पौष्टिक डाइट बुनियादी जरूरत है. पोषक तत्वों से भरपूर 3 भोजन और 2 स्नैक्स दिमाग और शरीर के विकास में मदद करते हैं. सही प्रकार का पोषण के साथ बच्चे की डाइट में कई फूड देने की कोशिश करें. ज्यादा ताजा फल, साबुत अनाज, डेयरी और प्रोटीन के स्रोत उसकी डाइट में इजाफा करें. शुगर और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें. 


सप्लीमेंट्स की अनदेखी करें- ये सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चा पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा ले रहा है, माता-पिता उसको सप्लीमेंट्स भी देते हैं, जो जरूरी नहीं है. बच्चे को सप्लीमेंट्स डॉक्टर की सलाह से उसी वक्त दिए जाने चाहिए जब उसे कुछ पोषक तत्व की कमी हो या वृद्धि संबंधित समस्याओं से जूझ रहा है. प्राथमिकता फूड से पोषक तत्वों को देने की होनी चाहिए. 


व्यायाम- अपने बच्चे को शुरुआती उम्र से रोजाना व्यायाम की शिक्षा देना सबसे अच्छा है. शारीरिक रूप से एक्टिव रहने के कई फायदे हैं, जिसमें कद बढ़ाना शामिल है. योग, स्ट्रेचिंग और मेडिटेशन भी शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए पर्याप्त है. व्यायाम रीढ़ की हड्डी को फैलाने में मदद करता है. 


बार से लटकना- लटकना हमेशा बच्चे की लंबाई बढ़ाने का सबसे अच्छा उपाय माना यगया है. बार पर लटकने से रीढ़ लंबी होती है, जो कद को बढ़ाती है. बार से निरंतर लटकना समय के साथ कद को बढ़ा सकता है. उसके अलावा, मसल को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है. 


रात की अच्छी नींद- लोग अपनी जिंदगी में अच्छी नींद के महत्व को अक्सर कमतर समझते हैं. उसके कारण उनको कई स्वास्थ्य समस्याओं के विकसित होने का ज्यादा खतरा होता है. 7-8 घंटे सोना सभी के लिए जरूरी है. व्यस्कों के मुकाबले बच्चों को नींद की ज्यादा जरूरत होती है. सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा समय पर सोए और रात भर चैन की नींद ले. अगर उसे सोने में समस्या आ रही है, तो डॉक्टर से मुलाकात करें. 


Sweet Lime Juice Benefits: रोजाना एक ग्लास मौसमी के जूस से मिलेंगे ये फायदे, जानिए


क्या आप चिकनगुनिया का शिकार हैं? रिकवरी के लिए डाइट में शामिल करें ये सुपर फूड्स