Mistakes To Avoid While Making Lauki Ke Kofte:  लौकी के कोफ्ते खाने में जितने टेस्टी होते हैं उन्हें बनाना उतनी ही मेहनत का काम है. मेहनत से भी ज्यादा लौकी के कोफ्ते बनाना दरअसल थोड़ा ट्रिकी काम है. जिसमें छोटी छोटी  बातों का ध्यान रख लें तो सब्जी बहुत आसानी से टेस्टी बन जाती है. और,  जरा सी गलती से सब्जी का पूरा स्वाद खराब हो जाता है. साथ में आपकी मेहनत भी. इसलिए जब भी लौकी के कोफ्ते बनाएं तब कुछ बातों का ख्याल रखें.

लौकी के कोफ्ते बनाने के लिए लौकी को किसा जाता है. इसमें बेसन मिलाकर कोफ्ते तले जाते हैं. जिन्हें प्याज, अदरक और लहसुन की ग्रेवी में मिला दिया जाता है. अक्सर गलती  की शुरूआत लौक किसने और बेसन मिलाने के बाद ही हो जाती है.

 

पानी मिलाना

लौकी किसने के बाद भूल से भी उसमें पानी डालकर बेसन मिलना न शुरू करें. ऐसा करने से बेसन बहुत ज्यादा मिलाना पड़ता है और लौकी का स्वाद ही नहीं आता. कोफ्ते बनाने से पहले लौकी में थोड़ा नमक डाल दें. कुछ देर में लौकी का ही पानी छूट जाएगा. उसके बाद जितने बेसन की जरूरत हो उतना ही बेसन मिक्स करे.

 

कच्चा बेसन डालना

लौकी के कोफ्ते बनाते समय उसमें ऐसे ही बेसन डाल दिया जाता है. अगर कोफ्ते सेंकने में जरा भी गलती हुई तो बेसन कच्चा ही रह जाता है. इसलिए बेसन को पहले ही हल्का सेंक लें फिर लौकी में मिलाकर कोफ्ते बनाएं. ऐसा करने से स्वाद भी बढ़ता है और कच्चापन भी नहीं रहता. 

 

ग्रेवी में बेसन मिलाना

कोफ्ते में बेसन मिलाने के बाद अक्सर बचे हुए बेसन को ग्रेवी में मिला दिया जाता है. ये सोचकर की ऐसा करने से ग्रेवी  का स्वाद बढ़ेगा. जबकि बेसन मिलाने से ग्रेवी गाढ़ी होती है स्वादिष्ट नहीं हो पाती. उल्टे गाढ़ी ग्रेवी की वजह से पूरी सब्जी का स्वाद खराब हो जाता है.

 

ज्यादा तलना

कई बार लौकी के कोफ्ते तेज तेल में और ज्यादा देर भी न तलें. ऐसा करने से कोफ्तों का टेक्शचर भी खराब होता है और स्वाद भी. कोफ्ते को मद्दी आंच में सुनहरा होने तक ही फ्राई करें.

 

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