तेजी से बदले जयवायु और पर्यावरण के बीच हमें अपने फैशन ट्रेंड को बदलने की जरूरत है. खासतौर पर पृथ्वी दिवस (अर्थ डे) के मौके पर यह सवाल और गहरा हो गया है कि क्या हमें अपने फैशन के तौर-तरीकों को जल्द बदल देना चाहिए? क्योंकि समय की मांग है कि घर-घर में पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद बनाए जाएं. क्योंकि रोज बदलते फैशन और ड्रेसेज को जल्दी-जल्दी अपडेट करने की आदत ने कपड़ा उत्पादन और इसकी वजह से होने वाले प्रदूषण को बढ़ावा दिया है. ऐसे में अपनी जरूरतों को समझकर अपने वॉर्डरोब में क्वालिटी क्लोथिंग एड करना जरूरी कदम है. इससे आप पर्यावरण को बचाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं. लेकिन यहां सवाल उठाया जा सकता है कि ऐसा करने से स्टाइल के साथ समझौता करना पड़ेगा. हमारा जवाब है बिल्कुल नहीं. क्योंकि हम लाए हैं आपके लिए एक्सपर्ट के सुझाए ऐसे ऑप्शन्स जिनकी मदद से आप एनवायरनमेंट को तो बचाएंगी ही, साथ ही लेटेस्ट और स्टाइलिश फैशन भी कैरी कर सकेंगी. 


पर्यावरण का ऐसे रखें ख्याल


1. नैचुरल और सस्टेनेबल मैटेरियल चुनें: ऑर्गेनिक कॉटन, लिनन, हेंप और बंबू जैसे नैचुरल, टिकाऊ कपड़ों से तैयार की गई ड्रेसेज को चुनें. ये सामग्रियां पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षित कपड़े प्रदान करती हैं और अपनी 100% कॉटन कंपोजिशन बेहतरीन कंफर्ट भी देती हैं.


2. हमेशा ट्रेंड में रहने वाली ड्रेस खरीदें: जल्दी-जल्दी बदलने वाले फैशन ट्रेंड की बजाय लंबे समय तक चलने वाले फैशन को फॉलो करें, जो कभी ट्रेंड से बाहर नहीं होते. ऐसी ड्रेस चुनें जिनमें टाइमलैस फ्लोरल पैटर्न, सॉफ्ट पेस्टल ह्यूज और अट्रेक्टिव डिजाइन हों.


3. अपने कपड़ों की देखभाल करें: उचित देखभाल आपके कपड़ों की लाइफ को बढ़ाएगी. केअर इंस्ट्रक्शन्स, हल्के और गहरे रंग के कपड़ों को अलग-अलग वॉश कर, ब्लीच से बचकर और जरूरी होने पर ही गर्म आयरन का इस्तेमाल आपके कपड़ों की लाइफ को बढ़ाती है.


4. स्किन फ्रेंड्ली कपड़े चुनें: सॉफिस्टिकेशन के इस दौर में एनवायरनमेंट फ्रेंडली कलर से बने हुए कपड़े ना सिर्फ आपकी स्किन का ख्याल रखते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी कम से कम नुकसान पहुंचाते हैं. आमतौर पर ऐसे कपड़े कभी आउट ऑफ ट्रेंड नहीं होते. ऐसे में यह आपके जेब पर पड़ने वाली मार से बचाते हैं.


5. क्वानिटिटी की बजाय क्वालिटी पर ध्यान दें: ऑर्गेनिक रेशों से बने कपड़े आपको स्किन फ्रेंड्ली मेटेरियल देते हैं जिससे आपकी स्किन खुल कर सांस ले सके. ऐसे में कपड़े से जुड़ी बारीक बातों- जैसे स्ट्रिचिज, फेब्रिक कंपोजिशन और क्राफ्टिंग टेक्नीक के बारे में जानकारी लें. इससे आप हो सकता है कि कम ही कपड़े ले पाएं, लेकिन यकीन मानिए वे कपड़े संख्या में कम होकर भी आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे. 


ये कुछ आसान से तरीके हैं, जिनसे आप स्टाइलिश भी दिख सकती हैं और स्किन के साथ-साथ पर्यावरण का भी ख्याल रख सकती है.