नींद का संबंध आपके स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है. अगर आपकी नींद सुकून की होगी, तो इससे आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा. नींद आपको सेहत की कई समस्याओं से छुटकारा दिलाती है. दूसरे दिन आपको तरोताजा और फ्रेश रखती है. हमारी इम्यूनिटी समेत शरीर के महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को समर्थन देने में मदद करती है. हमारा इम्यून सिस्टम संक्रमणों और रोगजनकों से शरीर की रक्षा करता है. ये न सिर्फ डाइट या आपकी लाइफस्टाइल पर निर्भर होता है बल्कि नींद का शेड्यूल भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. अगर आप चाहते हैं अपना इम्यून सिस्टम मजबूत बनाना और सभी रोगजनकों से लड़ना, तो रोजाना 7-8 घंटे निरंतर जरूर सोएं.


नींद हमारे इम्यून सिस्टम पर कैसे प्रभाव डालती है?
सोने से सूजन रोधी प्रोटीन्स यानी साइटोकिन्स के उत्पादन में काफी मदद मिलती है और टी-सेल्स एंटीजन्स से संघर्ष कर और लक्ष्य बनाकर हमारे शरीर की रक्षा करते हैं. नींद का अच्छी तरह पूरा होना भी आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, और आपको बिस्तर में चैन की गारंटी देता है. कुछ उपायों के जरिए अच्छी नींद और इम्यूनिटी को प्रभावी तरीके से बढ़ाने पर विचार करना चाहिए.


परिवेश- आपके परिवेश का सुकून की निरंतर नींद उपलब्ध कराने में बड़ा महत्व है. आपको हमेशा सुनिश्चित करना चाहिए कि कमरे में आपका परिवेश सुखदायक और ठंडा हो. अगर आप उसे रोशन पाते हैं, तो आपको स्लीप मास्क पहनने की कोशिश करना चाहिए. अगर आप अपने कमरे को अंधेरा, ठंडा और शांत बनाएंगे, तो ये खुद-ब-खुद देर तक नींद को प्रेरित करेगा.


नहाना- नहाना आपके शरीर के तापमान को कम कर सकता है जबकि आपके मसल्स और जोड़ों को ऑक्सीजन युक्त ब्लड फ्लो में सुधार करने के लिए आसान करता है. नहाने के बाद आपका शरीर पूरी तरह से आराम की स्थिति में बदल जाता है और इस तर नींद का चक्र शुरू करता है. डॉक्टर सोते समय समस्याओं का सामना करनेवालों को बिस्तर पर जाने से पहले नहाने की सिफारिश जरूरी करते हैं. 


नीली रोशनी से बचें- ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे टीवी, मोबाइल या लैपटॉप से नीली रोशनी उत्सर्जित होती है जो नींद को प्रेरित करनेवाले मेलाटोनिन हार्मोन के स्राव को रोकता है. बेहतर है आप नाइट लैम्प या एलईडी को भी चेक करें क्योंकि उसके भी समान नतीजे हो सकते हैं. अपनी डिवाइस को नाइट मोड में बदलें. इससे नीली रोशनी का उत्सर्जन कम होगा. 


व्यायाम- बहुत ज्यादा शारीरिक काम स्वाभाविक रूप से आपको अंत में थका देता है. बेहतर और देर तक सोने के लिए व्यायाम को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए. व्यायाम न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से फिट रखता है बल्कि हार्मोनल प्रवाह की मात्रा को भी नियंत्रित करता है जो गहरी नींद के लिए महत्वपूर्ण है. 


मेडिटेशन- दिन के तनाव से छुटकारा पाने के लिए, मेडिटेशन का प्रयास करें. अगर आप पूरी तरह तनाव मुक्त होंगे, तो आप गहरी नींद को हासिल कर सकते हैं. मेडिटेशन नर्वस सिस्टम को नियंत्रित करता है जो आपको गहरी नींद मोड में जाने की अनुमति देता है.


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