Dengue Situation Report Worldwide: हर साल की तरह भारत, भारत के पड़ोसी देश के साथ-साथ दुनिया के कई देशों में डेंगू ने हाहाकार मचाकर रखा है. भारत के अलावा पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी डेंगू बुखार से लोगों का हाल बेहाल है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल बांग्लादेश में डेंगू से मरने वालों की संख्या पीछले साल से 4 गुना ज्यादा है. डेंगू संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है. यह एक ऐसी बीमारी है जो शिशुओं, छोटे बच्चों और वयस्कों को प्रभावित करती है. जिसमें हल्के बुखार से लेकर अत्यधिक तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और दाने जैसे लक्षण होते हैं. यह बीमारी गंभीर डेंगू में बदल सकती है, जिसमें सदमा, सांस लेने में परेशानी, गंभीर रक्तस्राव और/या गंभीर अंग क्षति शामिल है. इस बीमारी का एक मौसमी पैटर्न है. बरसात के महीने में यह बीमारी काफी ज्यादा फैलता है. 


अमेरिका और यूके देश में इस वजह से बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले


अमेरिका से लेकर यूरोपियन कंट्री में भी डेंगू और चिकनगुनिया के मामले आए दिन आते रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यूरोपियन देशों के लिए एलर्ट जारी किया है. क्योंकि साल 2010 के बाद से ही यूरोपियन देशों में डेंगू और चिकनगुनिया के आए दिन नए मामले सामने आते रहते हैं. अनुमान है कि मच्छर लगभग 22 योरोपीय देशों में उपस्थित है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन जलवायु परिवर्तन मुख्य कारण है. आवाजाही में वृद्धि, शहरीकरण, जल वह साफ-सफाई भी डेंगू के मामले बढ़ने के कारण हो सकते हैं. 


डेंगू के इन लक्षणों के प्रति रहें अलर्ट  


एक्सपर्ट कहते हैं कि डेंगू के मच्छर के काटने के एक हफ्ते के भीतर मरीज के शरीर पर डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं. इसलिए इनकी पहचान जरूरी है. हालांकि एक्सपर्ट कहते हैं कि डेंगू के लक्षण बिलकुल एक जैसे नहीं होते और कभी कभी ये मरीजों पर अलग अलग तरह से दिखते हैं. 
 
डेंगू होने पर मरीज को तेज बुखार आता है.बॉडी का टेंपरेचर 101 से लेकर 104 डिग्री फॉरेनहाइट तक जा सकता है. ये बुखार तीन से चार दिन तक रहता है और ऐसा होने पर मरीज को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. 
 
तेज बुखार के साथ साथ डेंगू के मरीज को सिर में तेज दर्द होता है. मरीजों को आंख के पास और पीछे की तरफ और कनपटी के पास तेज दर्द होता है असहनीय होता है. मरीजों को दर्द के साथ साथ आंखों के अंदर भी दर्द महसूस होता है औऱ आंख खोलने में भी दिक्कत होने लगती है.  
डेंगू बुखार होने से कुछ दिन पहले मरीज के शरीर पर लाल दाने यानी पिंक पैचेज दिखने लगते हैं. पहले ये पेट और पीठ से शुरु होते हैं और फिर पूरे शरीर में फैल जाते हैं. ये दाने खुजली करते हैं औऱ इनमें जलन भी होती है. 
 
डेंगू के प्रारंभिक संकेतों में हड्डियों में तेज दर्द होना भी शामिल है. हड्डियों के साथ साथ मरीज की मांसपेशियों मे भी बहुत ज्यादा दर्द होता है और यहां तक कि मरीज दर्द से कराहने लगता है. इसलिए डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा गया है. 
 
अगर मरीज बुखार के साथ साथ कमजोरी और थकान महसूस कर रहा है तो ये डेंगू का एक लक्षण है. इस दौरान प्लेटलेट्स गिरने से मरीज की इम्यूनिटी कम हो जाती है और वो बहुत थकान और कमजोरी फील करता है. 
 
डेंगू बुखार के बीच में ही मरीज को नाक या मसूड़े से खून बहने लगे तो समझिए कि डेंगू घातक हो रहा है. हालांकि ये संकेत कम मरीजों में देखने को मिलता है लेकिन अगर ये दिखे तो तुरंत इमरजेंसी में कॉन्टेक्ट करना चाहिए.