अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने सोमवार को कोविड-19 के खिलाफ सिन्थेटिक एंटीबॉडी से इलाज की आपातकालीन मंजूरी दे दी है. शोधकर्ताओं का कहना है कि Bamlanivimab दवा हल्के से मध्यम कोविड-19 के इलाज में प्रभावी साबित हुई. फार्मा कंपनी Eli Lilly की दवा ने मरीजों को अस्पताल या इमरजेंसी रूम जाने का खतरा कम कर दिया. कोविड-19 के खिलाफ पहली प्रायोगिक मोनोक्लोनल ऐंटीबॉडी बॉडी दवा इंसान के एंटीबॉडी की निर्मित प्रति है.


सिन्थेटिक एंटीबॉडी से होगा कोविड-19 का इलाज


FDA ने अपने बयान में कहा कि bamlanivimab के प्रभावी होने का सबसे अहम सबूत डेटा से आया है. मंजूरी हासिल करनेवाली ये पहली दवा है जिसको विशेष तौर पर नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ बनाया गया था. वैज्ञानिकों ने बताया कि bamlanivimab और प्लेसेबो के बीच साइड-इफेक्ट्स एक ही तरह के रहे. सबसे सामान्य साइड-इफेक्ट्स में डायरिया, चक्कर, सिर दर्द, खुजली और उल्टी पाया गया. कोविड-19 के खिलाफ दवा का मानव परीक्षण जारी है. आगे 800 से ज्यादा मरीजों को परीक्षण का हिस्सा बनाने का मंसूबा है. हालांकि, अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए दवा के इस्तेमाल को अधिकृत नहीं किया गया है.


अमेरिका ने दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल की दी मंजूरी


शोध से पता चला कि बीमारी के अंतिम चरण में मरीजों को दवा से कई फायदा नहीं हुआ. Bamlanivimab का इस्तेमाल हल्के से मध्यम कोविड-19 के इलाज में किया गया था. डोज को युवा, 12 साल की उम्र के बच्चे और बुजुर्गों को लगाया गया. परीक्षण में शामिल 3 फीसद उच्च जोखिम वाले मरीजों को अस्पताल और इमरजेंसी रूम जाने की जरूरत पड़ी. इसके विपरीत, प्लेसेबो लेनेवाले 10 फीसद मरीज अस्पताल और इमरजेंसी रूम गए. FDA ने जानकारी दी कि पिछले महीने अस्पताल में भर्ती मरीजों पर दवा के असर का पता लगाने के लिए किए जा रहे परीक्षण को विपरीत घटना के चलते रोक दिया गया था.


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