इलाज की कुछ सुविधा के साथ मोटापा दुनिया की वैश्विक चिंता है, मगर पहली बार एक दवा उसके खिलाफ बहुत ज्यादा असरदार साबित हुई है. बुधवार को विशेषज्ञों ने दावा किया कि डायबिटीज के इलाज की दवा सेमाग्लूटाइड में वजन कम करने की मजबूत क्षमता है. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसीन में मानव परीक्षण के नतीजों को प्रकाशित किया गया है. शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सेमाग्लूटाइड का मोटापा के खिलाफ इलाज के तौर पर परीक्षण किया.


डायबिटीज की दवा से मोटापा का इलाज क्या संभव है? 


16 देशों में 129 केंद्रों पर 68 हफ्तों तक जारी मानव परीक्षण में वॉलेंटियर को सेमाग्लूटाइड या प्लेसेबो दिया गया. हालांकि, इस दौरान उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली को भी अपनाए रखा. परीक्षण में शामिल 1961 वॉलेंटियर मोटापे का शिकार थे लेकिन डायबिटीज की बीमारी नहीं थी. आधे वॉलेंटियर को सेमाग्लूटाइड नामी दवा हफ्ते में सिर्फ एक बार 2.4 मिलीग्राम इंजेक्शन के जरिए दी गई. नतीजे से पता चला कि 75 फीसद सेमाग्लूटाइड लेनेवालों का वजन 10 फीसद से ज्यादा कम हो गया और एक तिहाई से ज्यादा का वजन 20 फीसद घट गया. बहुत सारे दवा के असर से मरीजों का डायबिटीज और प्री डायबिटीज में सुधार भी देखा गया. शोधकर्ताओं ने कहा कि वजन कम करने में इस लेवल तक किसी अन्य दवा ने करीबी नतीजा नहीं पैदा किया.


सेमाग्लूटाइड में वैज्ञानिकों ने जताई मजबूत संभावना


पहली बार लोग दवा से हासिल कर सकते हैं जो वजन कम करने के लिए सिर्फ सर्जरी से संभव था. रिसर्च करनेवाले शोधकर्ता डॉक्टर रॉबर्ट कुशनेर ने कहा, "ये मोटापा के लिए प्रभावी इलाज के नए युग की शुरुआत है." परीक्षण में शामिल नहीं रहनेवाले विशेषज्ञ डॉक्टर क्लिफोर्ड रोजेन ने बताया, "मेरा मानना है कि दवा में वजन कम करने की मजबूत संभावना है." वर्तमान में मौजूद पांच मोटापा रोधी दवा के साइड-इफेक्ट्स हैं और उनका इस्तेमाल सीमित है. डायबिटीज की दवा सेमाग्लूटाइड बाजार में ओजेमपिक के नाम से बेची जाती है. दवा पर मानव परीक्षण का खुलासा है कि मोटापा या ज्यादा वजन के खिलाफ हफ्ते में एक बार 2.4 मिलीग्राम सेमाग्लूटाइड का इस्तेमाल वजन कम करने से जुड़ता है.


Health Tips: नींद नहीं आती तो इन टिप्स को ट्राई करें, झटपट आएगी नींद


Health Tips: अगर पेट में चली जाए Chewing gum तो हो सकती हैं ये समस्याएं