Body Painting Day: हर साल 8 जुलाई के दिन बॉडी पेंटिंग डे मनाया जाता है. यह दिन बॉडी पेंटिंग के महत्व को दर्शाने के लिए मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य कला और आत्म-अभिव्यक्ति के काम को दर्शाना है. इस दिन लोग अपने शरीर को पेंट से रंगते हैं. लोग अलग-अलग डिज़ाइन और रंगों से रंगे अपने शरीर के साथ सार्वजनिक रूप से बाहर घूमते हैं. 


बॉडी पेंटिंग डे का इतिहास


 एंडी गोलब ने बॉडी पेंटिंग डे की शुरुआत साल 2007 में आज ही के दिन की थी. उन्होंने न्यूयॉर्क शहर से इसकी शुरुआत की और सबसे पहले उन्हें इसके लिए गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया क्योंकि इसे एक कला के रूप में माना जाता था.


2008 में पहली बार बॉडी पेंटिंग इवेंट का सार्वजनिक तौर पर आयोजन किया गया. उस समय, मॉडल्स को जी-स्ट्रिंग्स पहने देखा गया था. हालांकि, 2011 में पहली बार गोलब ने पूरी तरह से नग्न पुरुष और महिला मॉडल का इस्तेमाल किया. जिन मॉडलों के शरीर को सजाया गया था वे पेशेवर मॉडल नहीं थे.


बॉडी पेंटिंग डे का महत्व


बॉडी पेंटिंग डे कला से प्यार करने वालों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. इसका महत्व नग्नता के प्रति अपना नजरिया बदलने के लिए है. इसका किसी व्यक्ति की कामुकता से कोई लेना-देना नहीं है. बॉडी पेंटिंग एक 3 डी आर्टवर्क की तरह होती है. यह उस व्यक्ति के बारे में बताती है जिसे उसके शरीर पर बनाया जाता है. 


हालांकि न्यूयॉर्क से शुरू हुआ बॉडी पेंटिंग डे अभी तक कई जगहों पर नहीं पहुंचा है. इस दिन, लोग अपने पूरे शरीर पर बॉडी पेंट के साथ आते हैं और कला के रूप का जश्न मनाते हैं. न्यूयॉर्क के साथ अब यह त्यौहार 2015 से एम्स्टर्डम के शहरों में, 2016 से सैन फ्रांसिस्को में और 2017 से बर्लिन में औपचारिक रूप से मनाया जाता है.


 


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