Shilpa Shetty Fitness Tips: बॉलीवुड की ग्लैमरस एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी की फिटनेस ने लोगों को अपना दीवाना बना रखा है. बढ़ती उम्र वाले हों या फिर आजकल के युवा, शिल्पा शेट्टी ऐसे हजारों लोगों की फिटनेस इंस्पिरेशन हैं. हाल ही में उन्होंने अपनी फिटनेस का सीक्रेट शेयर किया है. इसमें उन्होंने उस तकनीक के बारे में बताया है, जिसे वो रोजाना अपनाती हैं और मेंटली और फिजिकली इतनी फिट रहती हैं.
दरअसल, शिल्पा शेट्टी अक्सर अपने सोशल मीडिया पर योग और प्राणायाम से जुड़े वीडियो शेयर करती रहती हैं. हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने एक बेहद सरल लेकिन फायदेमंद प्राणायाम के बारे में बताया, जिसका नाम भ्रामरी प्राणायाम है. अपने वीडियो में शिल्पा ने बताया कि उनका मानना है यह एक ऐसा अभ्यास है जो स्ट्रेस थकान और मेंटल कॉम्प्लिकेशन को दूर करके मन को शांत और आपको फिट रखता है. तो चलिए जानते हैं कि शिल्पा शेट्टी का भ्रामरी प्राणायाम रूटीन क्या है. भ्रामरी प्राणायाम क्या है?भ्रामरी प्राणायाम का नाम भ्रामर यानी मधुमक्खी से आया है, क्योंकि इसमें सांस छोड़ते वक्त मधुमक्खी जैसी गुनगुनाहट की जाती है. यह साउंड शरीर और मन में कंपन पैदा करती है जो अंदर से शांति और सुकून देता है. यह कोई कठिन योगासन नहीं है, बल्कि एक बेहद आसान और शांत अभ्यास है, जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है ,चाहे वह बच्चा हो, बड़ा हो या बुजुर्ग. शिल्पा शेट्टी का भ्रामरी प्राणायाम रूटीन क्या है1. शांत और साफ जगह चुनें - सबसे पहले किसी शांत जगह पर योगा मैट पर बैठ जाएं. इसके बाद आप सुखासन या कोई कंर्फटेबल आसन ले सकते हैं।
2. रीढ़ की हड्डी सीधी रखें - आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए लेकिन शरीर पर किसी तरह का तनाव नहीं होना चाहिए.
3. आंखें बंद करें और मन शांत करें - धीरे-धीरे कुछ गहरी सांस लें और अपने को शांत करें.
4. हाथों को सेट करें - अपने दोनों हाथों से कानों को अंगूठे से हल्के से बंद करें, छोटी उंगलियां माथे पर रखें और बाकी उंगलियां चेहरे पर टिकाएं.
5. सांस भरें और छोड़ते समय साउंड करें - अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें, और सांस छोड़ते समय मधुमक्खी जैसी हम्म्म्म की आवाज करें. 6. कंपन को महसूस करें - गुनगुनाने की साउंड को अपने सिर और छाती के अंदर महसूस करें. यह अंदरूनी रूप से मन को शांत करती है. इस प्रक्रिया को रोज 5 से 10 बार करें.
भ्रामरी प्राणायाम के फायदे1. तनाव और चिंता को दूर करता है, साथ ही यह मानसिक बेचैनी और तनाव को धीरे-धीरे कम करता है.
2. नींद को बेहतर बनाता है, जो लोग नींद की समस्या से जूझते हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन नेचुरल उपाय है.
3. फोकस और ध्यान बढ़ाता है, मन शांत होने से सोचने और ध्यान लगाने की क्षमता में सुधार होता है.
4. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, यह अभ्यास दिल की धड़कनों को बैलेंस करता है और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाए रखने में मदद करता है.
5. इससे गर्दन, गले और सिर के पीछे जमा हुआ स्ट्रेस धीरे-धीरे कम होता है.