Risks And Liabilities of Loan Guarantor: कई लोग जब बैंक या किसी कर्जदाता एजेंसी से लोन के लिए आवेदन देते हैं तो एजेंसी या बैंक आवेदनकर्ता से किसी व्यक्ति को गारंटर बनाने का भी निर्देश देते हैं. कर्जदाता संस्थान को जब ऐसा लगता है कि आवेदनकर्ता खुद पूरे कर्ज को चुकाने में असक्षम है तो वह लोन के गारंटर बने व्यक्ति से कर्ज चुकाने को कहता है.


लोन की गारंटी लेने वाले व्यक्ति की कानूनी जिम्मेदारियां



  • कर्ज चुकाने का बोझ: अगर कर्ज लेने वाला व्यक्ति समय पर इंस्टॉलमेंट नहीं भरता या कर्ज नहीं चुकाता तो कर्जदाता संस्थान की ओर से लोन की गारंटी लेने वाले व्यक्ति पर दबाव दिया जाता है कि वह मामले में हस्तक्षेप करे और लोन लेने वाले व्यक्ति से कर्ज की रकम अदा करवाए. अगर लोन लेने वाला व्यक्ति फिर भी लोन नहीं चुकाता है तो उसे चुकाने का जिम्मा लोन के गारंटर पर होगा. गारंटर होने के नाते अगर आप कर्ज नहीं चुकाते तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तय है.

  • पेनाल्टी: लोन की गारंटी लेने वाले व्यक्ति को केवल कर्ज की रकम ही नहीं बल्कि बकाया रकम पर लगने वाली पेनाल्टी की राशि भी चुकानी पड़ती है.

  • क्रेडिट स्कोर: अगर लोन लेने वाले व्यक्ति ने समय पर कर्ज लौटाया तो इसी बहाने आपका भी क्रेडिट स्कोर अच्छा हो जाएगा. लेकिन अगर लोन लेने वाले व्यक्ति ने समय पर और नियमवत ढंग से कर्ज नहीं चुकाया तो इसका बुरा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ेगा. खराब क्रेडिट स्कोर होने पर आपको भविष्य में अपने लिए लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में भी परेशानी होगी.

  • कर्ज लेने में परेशानी: अगर आप किसी लोन में गारंटर हैं तो जब तक वह लोन पूरा नहीं हो जाता, आपकी कानूनी जवाबदेही बनी रहेगी. लोन पूरी तरह जब तक नहीं चुकाया जाता तब तक आप इससे खुद को अलग नहीं कर सकते. गारंटर के पास एग्जिट ऑप्शन नहीं होता. ऐसे में अगर आपको अपनी जरूरत के लिए बैंक या किसी संस्थान से कर्ज लेना पड़ा तो इसका असर कर्ज मिलने की संभावना और कर्ज की रकम दोनों पर पड़ेगा. क्योंकि जिस कर्ज में आप गारंटर बने हैं उसे चुकाने की कानूनी जिम्मेदारी आपके ऊपर भी है और अगर आप अपने नाम से भी कर्ज ले लेंगे तो आपकी कुल देनदारी बढ़ जाएगी. आप दोनों रकम चुकाने में सक्षम होंगे तो ही बैंक आपको उतनी राशि कर्ज के रूप में देगी.


इसलिए अगर आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार उनके लोन का गारंटर बनने  के लिए अपील करता है तो इससे जुड़ी कानूनी जवाबदेही, जिम्मेदारियों और अपने निकट भविष्य की जरूरतों का अच्छे से आंकलन कर लें तभी इस दिशा में आगे बढ़ें वर्ना पॉकेट के साथ आपके रिश्ते पर भी बुरा असर पड़ सकता है.


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