IN PICS: हैदराबाद गैंगरेप-हत्या मामला: घटनास्थल पर पहुंचने के बाद आरोपियों ने की फायरिंग, फिर हुआ एनकाउंटर
मुठभेड़ के दौरान पुलिस के दो लोगों के सिर में गंभीर चोट लगी है. हालांकि, पुलिस को इस दौरान कोई गोली नहीं लगी.
एनकाउंटर के बारे में तेलंगाना पुलिस ने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद चारों आरोपी एक हो गए और उन्होंने पुलिस पर पत्थर और डंडे से हमला करना शुरू कर दिया. आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की.
आरोपियों के एनकाउंटर के बाद कुछ लोग खुशी जता रहे हैं तो कुछ लोग पुलिस के इस तरीके पर सवाल भी उठा रहे हैं. विपक्षी पार्टी ने मामले के जांच की मांग की है.
सायबराबाद पुलिस कमिश्नर वी सज्जनार ने इस एनकाउंटर का नेतृत्व किया था. लोग उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं.
बता दें कि चारों आरोपी 10 दिनों की पुलिस रिमांड में थे. इन चारों आरोपियों का नाम शिवा, नवीन, केशवुलू और मोहम्मद आरिफ था.
एनकाउंटर के दौरान घटनास्थल पर पुलिस के 10 लोग मौजूद थे. आरोपियों द्वारा फायरिंग करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई जो करीब 10 मिनट तक चली. इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गोली मार दी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
घटना के बाद पीड़िता के पिता और उसकी बहन मीडिया के सामने आए और कहा, ''आज हम सरकार और पुलिस के शुक्रगुजार हैं.'' पीड़िता की बहन ने कहा है कि आज हमारे साथ न्याय हो गया है.
रिकंस्ट्रक्शन का मतलब ये होता है कि जब पुलिस केस की छानबीन और सबूत जुटाने के लिए वारदात की जगह पर 'वारदात कैसे घटी' या 'वारदात को कैसे अंजाम दिया गया' इसके लिए घटनास्थल का दौरा करती है.
एनकाउंटर उस वक्त हुई जब पुलिस इन चारों आरोपियों को घटना के रिकंस्ट्रक्शन के लिए वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां से इन चारों लोगों ने भागने की कोशिश की और पुलिस का हथियार छीनकर फायरिंग की.
आज तड़के हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार डाला. यहां जानें पूरा मामला.