India at 2047 Live: क्या कभी कांग्रेस में वापसी करेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया? केंद्रीय मंत्री ने दिया ये जवाब
ABP Entrepreneurship Conclave Live: आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि टोल टैक्स बंद हो जाना चाहिए. सड़क का पैसा पूरा होने के बाद भी यह चालू रहता है.
बैकग्राउंड
एबीपी नेटवर्क एक खास कार्यक्रम India @2047: Entrepreneurship Conclave (इंडिया @2047: एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव) का आयोजन कर रहा है. इस कार्यक्रम में कई उद्योगपति, केंद्रीय मंत्री, एक्सपर्ट्स और स्टार्टअप से जुड़े...More
केंद्रीय मंत्री सिंधिया से पूछा गया कि राहुल गांधी को आप कैसे देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा, "मैं क्या देखूं क्या फर्क पड़ता है. जनता ने अपना निर्णय दे दिया है."
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से पूछा गया कि क्या आप मध्य प्रदेश के सीएम बनना चाहते हैं. इस पर उन्होंने कहा, हम बस लोगों की सेवा करना चाहते हैं. हमें लोगों की जिंदगी में बदलाव लाना है." कांग्रेस में वापस जाने के सवाल पर सिंधिया ने कोई जवाब नहीं दिया.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत आने वाले समय में 6जी को नेतृत्व करेगा.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वो तो देश का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा, "संचार साथी ऐप से चोरी का फोन है या नहीं इसमें मदद मिलती है. इस ऐप को डेढ़ करोड़ लोगों ने खुद रजिस्टर किया. अगर सवाल उठता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है. अगर लोगों को हिचक है तो हम रिव्यू करेंगे. हमने एक सकारात्मक कदम उठाया है अगर लोगों को इसमें ऑप्शन चाहिए तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. 10 दिन पहले ही हमने संचार साथी ऐप को लेकर ऑप्शन दिया है."
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "मैं जनसेवा में हूं राजनीति में नहीं हूं. कई बार जिंदगी में लक्ष्य ही राजनीति बन जाता है वो मेरा लक्ष्य नहीं है. मुझे सेवा करने का सौभाग्य मिला है. मैं मानता हूं कि इससे अच्छा सेवा का रास्ता नहीं है."
एबीपी नेटवर्क एक खास कार्यक्रम मे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "आज यूपीआई के क्षेत्र में हमारा 12 देशों के साथ करार हो चुका है. भारत का तिरंगा विश्व व्यापक हो चुका है. मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था. हम एक स्टार्टअप शुरू करना चाहते थे, लेकिन 30 सितंबर की घटना ने मेरी जिंदगी बदल दी."
वी. अनंत नागेश्वरन ने रुपए के डॉलर के मुकाबले गिरने को लेकर कहा, 'इसको लेकर कोई टारगेट नहीं है. अगर सामान्य बात करें तो हमारे पास कोई मॉनिटरिंग पॉलिसी नहीं है. हम अपनी करेंसी पर फोकस कर रहे हैं. अगर आप इतिहास उठाकर देखेंगे तो करेंसी के गिरने या बढ़ने के पीछे कई कारण रहे हैं.'
उन्होंने अमेरिका के साथ ट्रेड डील को लेकर कहा, 'हमारे पास ट्रेड डील को लेकर कोई एक निश्चित तारीख नहीं है. यह सिर्फ ट्रेड के मामला नहीं है, यह जियो पॉलिटिक्स को भी प्रभावित करेगा.'
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा, 'हम भारत में सभी सेक्टर्स के लिए एक तरह की रणनीति का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. हमें सिर्फ सेक्टर के लिहाज से नहीं सोचना है.'
उन्होंने कहा, 'एआई से डरना नहीं है. यह टेलीफोन की तरह है. एआई बिजनेस का ब्लड और ब्रेथ बनता जा रहा है. इसकी वजह से नौकरी नहीं जा रहा है, हमें इससे मजबूत होना है. अगर कोई कहे कि जो टाइपराइटर चलाता था क्या उसको कम्प्यूटर की दुनिया में नौकरी मिलेगी, तो एआई भी इस तरह का ही है.'
डॉक्टर निखिल अग्रवाल ने मिट्टी की जांच को लेकर एक दिलचस्प आइडिया शेयर किया. उन्होंने कहा, 'भू-परीक्षक नाम का एक आइडिया है. यह जमीन की जांच करता है. आमतौर पर तीन-चार दिन में मिट्टी की जांच का रिजल्ट आता था, लेकिन भू-परीक्षक से यह काम कुछ ही सेकंड में हो जाएगा.'
डॉ. निखिल अग्रवाल ने कहा, 'कृषि बहुत ही अहम क्षेत्र है. जमीनें छोटी होती जा रही हैं. हमारे किसानों के सामने ओवर फर्टिलाजेशन बड़ी चुनौती है, क्यों कि इसकी वजह से जमीन की क्षमता कम होती जा रही है. भारत के किसान में मेहनत का जज्बा है, लेकिन मेहनत के मुताबिक उसे मुआवजा नहीं मिलता.'
डॉक्टर निखिल अग्रवाल ने कहा, 'पहले प्रोफेसर को पढ़ाने के लिए कहा जाता था. पहले रिचर्स को कमर्शियलाइज नहीं किया जाता था, लेकिन अब ऐसा हो रहा है.' उन्होंने कहा, 'आज हमारे पास मौका है और भविष्य में इसका फायदा ले सकते हैं. हम भविष्य में नए आविष्कार कर सकते हैं. हेल्थ और फूड के साथ दूसरे क्षेत्र में भी तकनीक को लेकर काम कर सकते हैं.'
FITT के डॉक्टर निखिल अग्रवाल ने कहा, 'आज के दौर में भारत में स्टार्टअप के टैबू नहीं माना जा रहा है. अब हम इसे और ज्यादा बढ़ावा देने की जरूरत है. प्रधानमंत्री जी ने हाल ही में आरडीआई फंड की घोषणा की, जो कि करीब 1 लाख करोड़ रुपए है. इसकी वजह से काफी मदद मिलेगी.'
राघव चड्ढा ने जोमैट और ब्लिंकिट जैसे डिलिवरी बॉय को लेकर कहा, 'राइडर्स और डिलिवरी बॉयज भी इंसान हैं. उनके पास आज न सामाजिक सुरक्षा है और न ही मान-सम्मान. 10 मिनट की डिलिवरी का जुल्म बंद होना चाहिए. वह आदमी 10 मिनट की डिलिवरी के पीछे कितना जोखिम उठाता है. अगर वह 10 मिनट में पहुंचा भी देता है तो क्या मिल जाता है.'
राघव चड्ढा ने हेल्थ इंश्योरेंस और प्राइवेट हॉस्पिटल्स को लेकर कहा, 'एक मिडिल क्लास से आने वाला शख्स पूरी ईमानदारी से हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम भरता है, लेकिन अक्सर हम देखते हैं कि जब घर में हेल्थ इमरजेंसी आती है तो यहां पर इस नेक्सस का खेल शुरू होता है. उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में कहा जाता है कि कैश लैश नहीं होगा. इसके बाद अगर पैसे का कुछ अप्रूव हो भी जाता है तो पैसा वापस आने में समय लग जाता है.'
राघव चड्ढा ने कहा, 'टोल टैक्स सड़क की लागत पूरी होने के बाद भी वसूला जाता है. हम सड़क के लिए बहुत पैसा देते हैं, इसलिए उम्मीद करते हैं कि उसकी क्वालिटी अच्छी हो, लेकिन ऐसा नहीं होता. टोल टैक्स की वजह से समय बर्बाद होता है. जब तक गाड़ी कतार में खड़ी है तब तक चालू है, उस समय पेट्रोल और डीजल का खर्च भी होता है. मुझे लगता है कि इसे बंद करना चाहिए.'
राघव चड्ढा ने कहा, 'हमें मेक इन इंडिया के साथ मेक विथ एआई पर भी काम करना चाहिए. मैं यह सुझाव सरकार को देना चाहूंगा.' उन्होंने यह भी कहा कि हम चैट जीपीटी जैसे ऐप नहीं बना पा रहे हैं.
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने सरकार के कामों पर बात करते हुए कहा, 'सीधे तौर पर यह कहना कि सरकार के उठाए गए कदम विफल हैं, यह ठीक नहीं है. अगर यह कह दें कि सब सफल ही हैं तो यह भी ठीक नहीं है.'
पीएफ को लेकर मांडविया ने कहा, 'पीएफ काम करने वाले लोगों का पैसा है. आपको अपना ही पैसा निकालने के लिए 10 तरह के फॉर्म भरने पड़ते थे, लेकिन अब हमने धीरे-धीरे कई बदलाव किए हैं. अब आप 75 प्रतिशत पैसा निकाल सकते हैं, लेकिन 25 प्रतिशत पैसा रखना होगा. यह पेंशन की सोच के साथ निर्णय लिया गया है. अब आप एटीएम से भी पैसा निकाल सकते हैं. पीएफ को यूपीआई से लिंक कर दिया जाएगा.'
उन्होंने भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच कभी भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाएगी. इंटरनेशनल काउंसिल का एक चार्टर है, जिसके मुताबिक कोई भी मल्टीनेशनल इवेंट हो तो खेलने से मना नहीं कर सकते. अगर ऐसा किया तो बैन लग सकता है. इंडोनेशिया में एक मल्टीनेशनल इवेंट था, उन्होंने एक देश को वीजा देने से मना कर दिया तो उन्हें बैन कर दिया गया.'
महिला क्रिकेटर्स की सैलरी पर मनसुख मांडविया ने कहा, 'हमें महिलाओं को बराबरी की भागीदारी देनी ही पड़ेगी. समान मौके मिलने चाहिए. क्रिकेट में पुरुष खिलाड़ियों को ज्यादा और महिला खिलाड़ियों को कम सैलरी मिले, यह ठीक नहीं है. देश का गौरव महिलाएं भी बढ़ाती हैं. यह सरकार की काबिलियत है.'
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, 'स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल एथलीट्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है, लेकिन इससे पहले फेडरेशन का पलड़ा भारी रहता था. अब महिलाओं को भी खेलों में बराबर का अधिकार मिलेगा. फेडरेशन की लड़ाई की वजह से एथलीट्स को काफी सहना पड़ा है.'
मनसुख मांडविया ने कहा, 'देश ओलंपिक होस्ट करने की ओर आगे बढ़ रहा है. हम अगले 25 सालों में ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं कि हमारा देश दुनिया के टॉप 5 स्पोर्टिंग कंट्रीज की लिस्ट में रहेगा. हमारी इंटरनेशनल ओलंपिक काउंसिल के साथ मीटिंग भी चल रही है.'
मनसुख मांडविया ने कहा, 'हमारा देश दुनिया के लिए बेस्ट स्पोर्टिंग प्लेस बन सकता है. भारत बहुत अच्छी तरह से सभी तरह के आयोजन करवा सकता है. यहां विविधता है. कई प्राइवेट सेक्टर्स ने अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है. हम इंटरनेशनल लेवल काम कर रहे हैं.'
मनसुख मांडविया ने कहा, 'पैरा एथलेटिक्स फेडरेशन से जब बात चल रही थी तब वे सोच रहे थे कि क्या भारत यह कर पाएगा, लेकिन हमने करके दिखा दिया. हम अब कॉमनवेल्थ गेम्स को भी भारत में बहुत अच्छी तरह से आयोजित करवाएंगे.'
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, 'हमने विकसित भारत बनाने के लिए कुछ संकल्प लिए थे. हम विरासत से प्रेरणा लेंगे, हम गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलेंगे. भारत अब विकसित देश बनने की ओर है.'
हर्ष बिनानी ने कहा, 'कोविड ने विश्व में भूचाल मचा दिया, लेकिन जिसने कोविड का टाइम निकाल दिया उसका बिजनेस बूम कर रहा है. उस दौर में हमारे बिजनेस पर बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा, लेकिन दूसरे क्षेत्र प्रभावित हुए. कोविड ने हमें सिखाया कैपिटल को बढ़ाना हमेशा बहुत जरूर है.'
हर्ष बिनानी ने अपने करियर के शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए कहा, 'चुनौती और मुश्किलों के बिना सफलता नहीं मिलती है. आप जितनी मेहनत करते हैं, उतनी ही सफलता मिलती है. कई बार ऐसा होगा जब आप बहुत अच्छा करेंगे, लेकिन शुरुआती दिनों में दिक्कतों का सामना कर पड़ सकता है. अगर आपका फाउंडेशन मजबूत है तो हर मुश्किल से निकल जाएंगे.'
हर्ष बिनानी ने कहा, 'अगर भारत में कोई आइडिया चल जाता है तो वह 2जी का 4जी बन जाता है. विश्व भारत की तरफ देख रहा हैं. हमें तेजी से काम करने की जरूरत है. आर एंड डी भारत के लिए बड़ा मौका साबित हो सकता है. अगर आप इसके साथ मुनाफा सोच रहे हैं तो यह जल्दी नहीं होगा.'
हर्ष बिनानी ने बेरोजगारी पर कहा, जो चीज दशकों से चल रही है, वह इतने जल्दी से नहीं खत्म होने वाली है. स्टार्टअप्स रोजगार जरूर पैदा करेंगे, लेकिन सिर्फ इससे बेरोजगारी पूरी तरह खत्म नहीं होगी.
हर्ष बिनानी ने कहा, 'अगर आप पिछले 3-4 सालों में देखेंगे तो कई कंपनियां आगे बढ़ी हैं. अगर किसी स्टार्टअप का ग्राफ नीचे गिरा है तो यह स्वाभाविक है. यूएस में अगर कोई फेल होता है तो इस पर जश्न मनाते हैं, लेकिन भारत में आज भी यह टैबू की तरह है. अगर कोई फेल हो जाता है तो वह अगली कंपनी के लिए फायदेमंद साबित होता है. अगर कोई फेल होता है तो इसे फेलियर की तरह नहीं देखना चाहिए.'
हर्ष बिनानी ने जयपुर और इंदौर जैसे शहरों का जिक्र करते हुए कहा, 'स्मार्टवर्क्स ने टीयर 1 सिटी में काफी काम किया है, लेकिन अब टीयर 2 सिटी में भी व्यवसाय तेजी से बढ़ा है. अगर आज के दिन को देखें तो बड़ी कंपनियां टीयर 2 या टीयर 3 शहरों में जानें से हिचकिचाती हैं, क्यों कि उन्हें यह भरोसा नहीं है कि वहां सही माहौल मिल पाएगा, लेकिन स्मार्टवर्क्स इस पर भी काम कर रहा है.'
हर्ष बिनानी ने कहा, 'भारत में कभी भी पूरी तरह से वर्क फ्रॉम होम नहीं हो सकता है. हां, हाइब्रिड मोड जरूर हो सकता है.' उन्होंने कहा, 'दुनिया में भारत के टैलेंट की चर्चा है. अब सब कुछ भारत में ही होगा. भारत में रेंट कम है और टैलेंट ज्यादा है.'
हर्ष बिनानी ने कहा, 'हम वर्क प्लेस की सभी जरूरतें उपलब्ध करवाते हैं. 10 साल पहले भारत में फ्लेक्सिबल वर्क प्लेस जीरो था, लेकिन अब भारत में यह काफी ज्यादा है. स्मार्टवर्क्स ने इसको लेकर काफी काम किया है.'
स्मार्टवर्क्स के को-फाउंडर हर्ष बिनानी ने कहा, 'जब हम गूगल, मेटा और दूसरी कंपनियों को देख रहे थे तो वहां अलग माहौल दिखा. वहां जिम है, फूड कोर्ट है. हम इसे अडल्ट्स का डिजिनी लैंड कह सकते हैं. मैंने यही सोचकर स्मार्टवर्क्स की थीम रखी. अभी तक चार दीवारी में टेबल लगाकर काम का प्रचलन था, लेकिन अब इसे बदल रहे हैं.'
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी का भारतीय जनता पार्टी में विलय को लेकर कहा, 'यह कभी नहीं होगा. मेरी लिए मेरी पार्टी मां की तरह है.' उन्होंने लालू परिवार को लेकर कहा, 'लालू यादव जी मेरे लिए पिता के समान रहे हैं. मैंने रबड़ी जी को मां की तरह माना है. उन सभी के साथ मेरे पारिवारिक संबंध हैं.'
चिराग पासवान ने कहा, 'हाजीपुर का केला, भागलपुर का मखाना और बाकी खाद्य पदार्थों के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगेंगी. मखाना बोर्ड का गठन होना अपने आप में दर्शाता है कि इसका लाभ किसानों को मिलेगा. बिहार बिजनेस कनेक्ट के माध्यम से हम प्रयास कर रहे हैं कि बिहार में ज्यादा से ज्यादा निवेश हो.'
चिराग पासवान ने बिहार की महुआ सीट को लेकर कहा, 'मैं लहर के भरोसे नहीं, अपनी मेहनत के भरोसे जीता हूं. 2024 लोकसभा चुनाव में ऐसी लहर देखने को नहीं मिल रही थी, लेकिन इसके बावजूद मेरा 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट था. बिहार के लिए अगले पांच साल स्वर्णिम काल की तरह हैं.'
बिहार में क्राइम को लेकर चिराग पासवान ने कहा, 'मैं बिहार के लॉ एंड ऑर्डर को लेकर चिंतित हूं. अगर हमारे राज्य में एक भी घटना घटती है तो यह हमारी सरकारी के लिए चिंता का विषय है. हम हर संभव प्रयास करेंगे. मैं मानता हूं कि पीड़ित को न्याय जरूर मिलेगा. गुनहगारों को जरूर सजा मिलेगी.'
चिराग पासवान ने नितिन नबीन को भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा, 'इससे बेहतर खुशखबरी बिहारियों के लिए नहीं हो सकती. हमारा देश अब युवा सोच, युवा जोश के साथ आगे बढ़ने को तैयार है.'
कांग्रेस से किसी बैठक को लेकर चिराग ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि ऐसी कोई मीटिंग हुई है. जो चिराग को जानता है, वो ऐसा साहस नहीं कर पाएगा. मेरे लिए प्रधानमंत्री बहुत मायने रखते हैं. इस गठबंधन में अपने पीएम की वजह से हूं.'
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, 'मुझे बिना मांगे इतना मिल रहा है, फिर क्यों लालच रखूं. हम भी नहीं मान रहे थे कि इतनी बड़ी जीत होगी. मेरा 175 सीटों तक का अनुमान था. मेरी उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर किसी तरह की शर्त नहीं थी.'
चिराग पासवान ने कहा, 'गठबंधन राजनीति जब से शुरू हुई है, मेरा अनुभव है कि आपको कम किया जाता है, लेकिन एक सांसद वाली पार्टी को 5 सीटें दे देना, जीरो विधायक वाली पार्टी को 29 सीटें दे देना, 29 सीटों में से भी 26 हारी हुई सीटें थीं. कई ऐसी सीटें थीं, जहां एनडीए कभी जीता भी नहीं था.'
चिराग पासवान ने बिहार की जीत पर कहा, 'आरजेडी का पूरा सफाया हो गया है. आरजेडी बिखरी हुई है. वे एनडीए का लाभ ले रहे थे, एनडीए एकजुट होकर आया और आपने परिणाम देखा.'
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, 'मैं यह बात मानकर चल रहा हूं कि 2005 के बाद राष्ट्रीय जनता दल का सफाया हो चुका है. उनके गठबंधन को भी करारी हार मिली. 2015 में नीतीश कुमार की वजह से उनके दल को जीवनदान मिला.'
एबीपी नेटवर्क के सीईओ सुमंत दत्ता ने एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव की शुरुआत में कहा, एंटरप्रेन्योरशिप भारत में आज के दौरान तेजी से बढ़ रही है. अब पहले की तरह स्थिति नहीं है. हेल्थकेयर, क्लाइमेट सॉल्यूशन और मीडिया के साथ-साथ दूसरे क्षेत्रों में भी इसका दखल बढ़ा है.
केंद्रीय चिराग पासवान कार्यक्रम में पहुंच चुके हैं. उन्होंने एबीपी नेटवर्क के सीईओ सुमंत दत्ता के साथ दीप जलाकर कार्यक्रम का आगाज किया.
एबीपी नेटवर्क के 'इंडिया @2047 एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव' का कुछ ही देर बाद आगाज होगा. इस कार्यक्रम में कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ कई उद्योगपति भी शामिल होंगे.
- हिंदी न्यूज़
- India at 2047
- India at 2047 Live: क्या कभी कांग्रेस में वापसी करेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया? केंद्रीय मंत्री ने दिया ये जवाब