ब्रासीलिया: कोरोना वायरस के खिलाफ चीन निर्मित वैक्सीन का परीक्षण ब्राजील में आखिरी स्टेज पर पहुंच गया है. यहां मंगलवार को कोरोना से संक्रमित लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई. स्वास्थ्यकर्मियों को उम्मीद है कि ये दवा महामारी में एक गेम-चेंजर साबित होगी. ये वैक्सीन चीन की दवा कंपनी साइनोवैक बायोटैक द्वारा तैयार की गई है. साइनोवैक इंसानों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल करने वाली दुनिया की तीसरी कंपनी बन गई है.


इस थर्ड स्टेज के ट्रायल के दौरान अगले तीन महीनों में दो डोज में छह ब्राजीलियाई राज्यों में लगभग 9000 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को CoronaVac दवा दी जाएगी. अगर ये ट्रायल सुरक्षित और प्रभावी साबित होता है, तो संस्थान को सौदे के तहत 120 मिलियन खुराक का उत्पादन करने का अधिकार होगा. संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद कोरोनो वायरस महामारी से ब्राजील दूसरा सबसे प्रभावित देश है. यहां 21 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं.


ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मास्यूटिकल फर्म एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित एक अन्य वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण में भी ब्राजील मदद कर रहा है. एक अन्य वैक्सीन, जो सरकारी स्वामित्व वाली चीनी कंपनी सिनोफार्मा द्वारा विकसित की गई है, ने भी संयुक्त अरब अमीरात में इस महीने के चरण 3 परीक्षणों में प्रवेश किया है.


चीन के कोविड टीकों का परीक्षण ग्राउंड, ब्राजील, UAE के बाद अब बांग्लादेश
दुनिया में कोरोना वायरस के खिलाफ टीका बनाने की दौड़ में चीन अपने बैल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के मुल्कों को परीक्षण मैदान की तरह इस्तेमाल कर रहा है. ब्राजील में चीन निर्मित कोरोना वायरस टीकों पर इस्तेमाल करने के बाद उसने अब बांग्लादेश में भी साइनोवैट टीके के लिए फेज-3 मानव परीक्षणों के लिए मंजूरी हासिल कर ली है.


बांग्लादेश सरकार ने चीन की दवा कंपनी साइनोवैक बायोटैक को कोविड-19 के खिलाफ तैयार किए जा रहे वैक्सीन उम्मीदवार के परीक्षणों की इजाजत दी है. बांग्लादेश मीडिया के मुताबिक इंटरनेशनल सेंटर फोर डायरियाल डिसीज़ रिसर्च, बांग्लादेश या आईसीडीडीआर, बी इस टीके का स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर परीक्षण करेगा. यह परीक्षण ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल की यूनिट 1 और यूनिट 2, मुगाड़ा जनरल अस्पताल, कुरमिटोला जनरल अस्पताल, कुवैत-बांग्लादेश मैत्री अस्पताल और पवित्र परिवार अस्पताल में किए जाने हैं.


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