दुनिया तेजी से बदल रही है. तकनीक अब इंसान को धरती से आगे ब्रह्मांड की तह में झांकने के सपने दिखा रहा है. इन्हीं सपनों को साकार करने की पहली सीढ़ी बनने जा रहा है दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा. दरअसल, भारत से दूर उत्तरी चिली के मरुस्थल में पहाड़ियों के ऊपर दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा लगाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये कैमरा इंसान को दूर दिख रहे सितारों के बेहद नजदीक पहुंचा देगा. चलिए आज इस आर्टिकल में आपको इस कैमरे से जुड़ी खासियतों के बारे में बताते हैं.


कितने मेगापिक्सल की तस्वीरें लेगा


दुनिया का ये सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा 3200 मेगापिक्सल की तस्वीरें कैद करेगा. आसान भाषा में कहें तो इससे खींची गई तस्वीर एक औसत टेलीविजन तस्वीर से लगभग 300 गुना ज्यादा बड़ी होगी. आपको बता दें, यह कैमरा दुनिया के अब तक के सबसे बड़े कैमरे से तीन गुना ज्यादा शक्तिशाली है. फिलहाल जो दुनिया का सबसे ताकतवर कैमरा है वो 870 मेगापिक्सल का हाइपर सुप्रीम-कैम है जो जापान में लगा है.


खुलेगा अंतरिक्ष का रहस्य


यह डिजिटल कैमरा 2.8 मीट्रिक टन का है और इसका आकार एक कार जैसा है. चिली की वेरा सी रूबिन ऑब्जर्वेटरी के वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह कैमरा अंतरिक्ष के कई राज खोलेगा. दरअसल, इसकी पहुंच दूर के उन तारों तक भी रहेगी जिन्हें अब तक देख पाना संभव नहीं था. बताया जा रहा है कि 80 करोड़ डॉलर में बना ये कैमरा हर तीन दिन में आसमान का एक चक्कर लगाएगा, इस चक्कर के दौरान वह अंतरिक्ष के एक से बढ़ कर एक फोटो खींचेगा.



वैज्ञानिकों का कहना है कि अब तक वह एक बार में एक सितारे का ही अध्ययन कर पाते थे. लेकिन इस डिजिटल कैमरे की मदद से अब वैज्ञानिक एक साथ कई हजार सितारों का अध्ययन कर पाएंगे. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस डिजिटल कैमरे की मदद से करीब दो करोड़ आकाशगंगाओं, 1.7 अरब सितारों और 60 लाख अन्य अंतरीक्षीय पिंडों के बारे में जानकारी मिल पाएगी. वहीं इस कैमरे का प्रबंधन फिलहाल अमेरिका का रिसर्च सेंटर नोएरलैब (NOIRLab) देखता है.


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