इस पूरे ब्रह्मांण में हम अकेले नहीं हैं, हमारे अलावा यहां पर सात ग्रह और हैं. इसके अलावा सौर मंडल में करोड़ों की संख्या में तारे और तमाम क्षुद्रग्रह हैं. बिना सौर मंडल में रहने की कल्पना शायद ही कभी किसी ने की हो. लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने जो रिसर्च की है और उसके आधार पर एक स्टडी में जो पब्लिश किया गया है, वो तो वैज्ञानिकों को भी हैरान कर रहा है. हमारे ब्रह्मांड में कई ऐसे खतरे मंडरा रहे हैं, जो कि अभी भले ही लाखों किलोमीटर दूर हों, लेकिन ये भविष्य में इंसानों के वजूद के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकते हैं. हाल की इस रिसर्च में कहा गया है कि हमारी धरती सौर मंडल से बाहर हो सकती है. चलिए इसके बारे में थोड़ा विस्तार से समझें.
मचेगी तबाही
वैज्ञानिकों का ऐसा अनुमान है कि हमारी आकाशगंगा में 100-400 अरब तारे हैं, जिनमें से कुछ धरती के लिए खतरा हो सकते हैं. इस नई रिसर्च में सामने आया है कि धरती एक दिन सौर मंडल से बाहर हो सकती है. इसके बारे होने का कारण एक तारे की अप्रत्याशित गति है. कहा जा रहा है कि यह ब्रह्मांड में घुसपैठिया तारा है, जिसके चलने की गति तय और तरीका तय नहीं है. अंतरिक्ष में इस तरीके से घूमने वाले इन तारों को स्टेलर फ्लाईबिस कहते हैं. इस रिसर्च में यह भी पता चला है कि पांच अरब वर्षों में सूर्य की अपेक्षित मृत्यु की तुलना में ये तारे ब्रह्मांड की अस्थिरता को ट्रिगर कर सकते हैं और बहुत तबाही मचा सकते हैं.
कैसे बाहर हो सकती है धरती
सूर्य के बराबर द्रव्यमान वाला एक तारा 10,000 खगोलीय इकाइयों के अंदर से गुजरता है, जो कि प्लूटो से अलग सौर मंडल की बाहरी सीमा को चिन्हित करता है. यह खासतौर पर ऊर्ट क्लाउड को बाधित कर सकता है. स्टडी में यह भी कहा गया है कि सौर मंडल में ग्रह के साथ-साथ प्लूटो पहले की तुलना में काफी कम स्थिर थे. वैज्ञानिकों ने यह भी बताया था कि हमारे सिमुलेशन इस बात का संकेत देते हैं कि सौर मंडल के अलग-अलग मॉडल हमारे ग्रहों के भविष्य को प्रभावित करते हैं. इन तारों की वजह से गुरुत्वाकर्षण बुध ग्रह के लिए अस्थिरता के जोखिम को 50-80 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है.
इन ग्रहों में हो सकता है टकराव
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि मंगल ग्रह के टकराने या बाहर निकलने की वजह से लगभग 0.3 प्रतिशत संभावना है और धरती के किसी ग्रह से टकराने की वजह से इसके सौर मंडल से निकलने की संभावना लगभग 0.2 प्रतिशत है. अगर किसी तारे ने बुध की कक्षा गुजरते हुे बदल दी तो इससे होने वाली गड़बड़ी की वजह से शुक्र या फिर मंगल धरती से टकरा सकते हैं. कुछ मामलों में धरती भी सूर्य से टकरा सकती है और शुक्र या मंगल धरती को जुपिटर की तरफ धकेल सकते हैं. इसके बाद गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी को सौर मंडल के बाहर कर सकता है.
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