बीजिंग सहित चीन के आधे बड़े शहर धंस रहे हैं. देश के पूर्वी हिस्से और तट के किनारे बसे शहरों में ज़मीन धंसने की समस्या ज़्यादा देखी जा रही है. साइंस जर्नल की एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि अगले 100 साल यानी 2120 तक चीन की तटीय आबादी का लगभग 10% हिस्सा जिसमें चीन के 5.5 से 12.8 लोग  प्रभावित हो सकते हैं. रिसर्च में पाया गया है कि 82 शहरों में से आधी ज़मीन धंस रही है.


चीन में क्यों धंस रही शहरों की ज़मीन?


साइंस जर्नल में छपी रिसर्च में ये बात सामने आई है. शोधकर्ताओं के अनुसार, चीन के आधे से ज़्यादा शहर डूब रहे हैं. उनके अनुसार, जमीन के नीचे से पानी निकाले जाने और तेजी से शहरों पर बढ़ते बोझ के कारण ऐसा हो रहा है. वहीं कुछ शहरों में जमीन बहुत तेजी से धंस रही है जबकि 6 में से एक शहर में हर साल लगभग 10 मिलीमीटर की दर से जमीन में धंसाव हो रहा है.


शोधकर्ताओं का मानना है कि पिछले कुछ दशकों में चीन में तेजी से शहरीकरण हुआ है, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों से अधिक भूजल निकाला जा रहा है. वहीं दूसरी ओर समुद्र तटीय शहरों में जलस्तर बढ़ने से लाखों की आबादी बाढ़ के ख़तरे की चपेट में आ चुकी है.


दुनिया के कई शहरों में देखी जा चुकी है ये समस्या


ये समस्या सिर्फ़ चीन के साथ नहीं है, बल्कि ह्यूस्टन, मैक्सिको सिटी और दिल्ली सहित दुनिया भर के कई प्रमुख शहरी क्षेत्रों में पहले ही ये समस्या देखी जा चुकी है. रिसर्चर्स की टीन ने 1,600 कुओं की निगरानी कर ये पाया है कि पानी की निकासी के चलते ज़मीन धंस रही है. शोधकर्ताओं का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते बड़ी शहरी आबादी के सामने बाढ़ का खतरा है. उनके अनुसार, यही कारण है कि समुद्र का जल तेजी से बढ़ रहा है तो वहीं जमीन भी धंस रही है . जो आने वाले समय में बड़ी शहरी आबादी के सामने बाढ़ की समस्या उत्पन्न कर सकती है.


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