समुद्री काफी विशाल है और यह अपने अंदर काफी कुछ समेट कर रखता है, उन्हीं में से एक है नेवी के शिप और पनडुब्बी, शिप जहां पानी की सतह पर रहकर दुश्मनों पर नजर रखते हैं तो पानी के नीचे तैर रही पनडुब्बी कुछ ही सेकेंड में दुश्मन के किसी भी हिस्सों को तबाह करने की क्षमता रखती है. नेवल शिप ज्यादातर ग्रे कलर का बनाया जाता है, चलिए आपको बताते हैं कि आखिर Grey रंग के ही क्यों होते हैं नेवी के शिप और इनको ऐसे बनाने के पीछे क्या वजह होती है.
दुश्मनों से बचने में मदद
ग्रे कलर समुद्र और आसमान के बीच एक नेचुरल टोन की तरह काम करता है इस तरह धूप, बादल और समुद्री धुंध के बीच शिप का ग्रे कलर मिक्स हो जाता है और दुश्मनों को दूर से दिखाई नहीं देता है. सफेद या चमकदार रंग की तुलना में ग्रे रंग सूरज की रोशनी को कम रिफ्लेक्ट करता है, इस तरह ग्रे कलर किसी भी देश की नेवी शिप को दुश्मनों से सुरक्षित रखने में मदद करती है.
इसके अलावा ग्रे कलर पर धूल, जंग, नमक के धब्बे आदि कम नजर आते हैं, इसके चलते बार बार इसकी सफाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है. यह बाकी कलर की तुलना में कम गर्मी को अवशोषित करता है, जिसके चलते जहाज अंदर से ठंडा रहता है. यह रंग एक नौसेना परंपरा बन चुका है जिसे दुनियाभर की नेवियां फॉलो करती हैं, लेकिन किसी किसी देश की नेवी में आपको थोड़ा बहुत बदलाव देखने को मिल सकता है.
इन देशों में पनडुब्बी भी होती है ग्रीन
नेवी के शिप के अलावा कई देश जिसमें उत्तर कोरिया, ईरान और इजराइल जैसे देशों में पनडुब्बी को भी दुश्मनों की नजर से बचाने के लिए ग्रीन रंग मे रंगा जाता है. जहां अधिकांश देशों में पहनुब्बी का रंग काला होता है तो ये देश इसको ग्रीन करके दुश्मनों को छलने का काम करते हैं.
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