आपने एक बात पर हमेशा ध्यान दिया होगा कि जब भी हम किसी होटल में ठहरने के लिए जाते हैं तो होटलों के कमरों में बेड पर बिछी चादर का रंग अधिकतर सफेद ही होता है. यह सिर्फ होटलों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई अन्य जगहों पर भी देखने को मिलता है. अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं तो वहां भी बर्थ पर बिछी चादर का रंग ज्यादातर सफेद ही होता है और ओढ़ने के लिए दी जाने वाली चादर या कंबल भी सफेद रंग का होता है. अब सवाल यह है कि होटल, ट्रेन या अन्य स्थानों पर बेड पर बिछी चादर का रंग सफेद ही क्यों होता है? आखिर इसके पीछे क्या कारण हैं, आइए जानते हैं.

Continues below advertisement

होटलों में सफेद चादर का इस्तेमाल क्यों होता है?

होटलों के कमरों में बेड पर सफेद चादर बिछाने के पीछे कई प्रैक्टिकल और मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं. सफेद चादर देखने में सुकून देती है, इसे साफ करना आसान होता है और यह होटल के कमरे को एक प्रोफेशनल और एस्थेटिक लुक भी देती है.

  • सबसे जरूरी कारणों में से एक है सफाई. होटलों और ट्रेनों में सफेद चादरों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है, क्योंकि यह गेस्ट को साफ-सफाई का एहसास कराती है. जब कोई गेस्ट बिस्तर पर बिना दाग-धब्बों वाली सफेद चादर देखता है, तो उसे लगता है कि बिस्तर पूरी तरह साफ है और उस पर किसी तरह की धूल या गंदगी नहीं है. इससे गेस्ट बिना झिझक बिस्तर का इस्तेमाल करता है और होटल मैनेजमेंट व गेस्ट के बीच भरोसे का रिश्ता बनता है.
  • अगर बेड पर बिछी सफेद चादर या बेडशीट पर किसी भी तरह की गंदगी या दाग-धब्बे होते हैं, तो वे साफ तौर पर नजर आ जाते हैं. इससे गेस्ट शिकायत कर सकता है. वहीं यह बात होटल मैनेजमेंट के लिए भी फायदेमंद होती है, क्योंकि अगर किसी वजह से स्टाफ से सफाई में चूक हो भी जाए तो सफेद चादर पर दाग तुरंत दिखाई दे जाते हैं, जिन्हें छिपाया नहीं जा सकता और उन्हें साफ करना ही पड़ता है.
  • जब भी आप किसी होटल में जाते हैं और बेड पर बिछी सफेद चादर देखते हैं, तो आपको कमरे के एंबिएंस और सफेद चादर के बीच एक समानता महसूस होती है. सफेद चादर के इस्तेमाल से होटल का कमरा ज्यादा लक्जरी नजर आता है, जिससे गेस्ट को प्रीमियम अनुभव मिलता है.
  • होटलों में सफेद चादर का इस्तेमाल अब गेस्ट की एक उम्मीद बन चुका है, जिसे नजरअंदाज करना किसी भी होटल के लिए मुश्किल होता है. सफेद चादर गेस्ट को एक तय स्टैंडर्ड का एहसास कराती है और मानसिक शांति देती है. इससे गेस्ट को लगता है कि वह किसी अच्छी और भरोसेमंद जगह पर ठहरा है, जिससे होटल के प्रति उसके मन में सकारात्मक भावना बनती है. यही वजह है कि गेस्ट भविष्य में भी उसी होटल में ठहरने को प्राथमिकता देता है.

यह भी पढ़ें: IAS Tina Dabi Controversy: टीना डाबी को रील स्टार क्यों कहने लगे स्टूडेंट्स, ऐसा करने पर कितनी मिलती है सजा?

Continues below advertisement