नागालैंड भारत में मक्का के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. बता दें कि यहां मक्का की फसल चावल के बाद दूसरे स्थान पर है. य़हां पर मक्के से जुड़े बहुत सारे प्रोडक्ट बनते हैं, जिसमें व्हिस्की बनाना भी शामिल है. ये सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन यहां पर सच में मक्के से व्हिस्की बनाया जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि नागालैंड में कैसे मक्के से व्हिस्की बनता है.

  


अनाज से बनती है शराब 


मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक विक्की चंद रेडियंट मैन्युफैक्चरर्स चलाते हैं. जो उत्तर-पूर्व की सबसे बड़ी डिस्टिलरीज में से एक है. जानकारी के मुताबिक विक्की चंद ने 1970 के दशक में दीमापुर में एक शराब की दुकान से छोटी शुरुआत की थी. आज उनके पास कार्बी आंगलोंग के खटखटी में एक डिस्टिलरी है, जो प्रति दिन अनाज से 50,000 लीटर से अधिक स्पिरिट का उत्पादन करती है. उनके पास राज्य में दो बॉटलिंग प्लांट हैं. बता दें कि यह डिस्टिलरी नागालैंड के साथ असम की सीमा से केवल कुछ ही दूरी पर है.


मक्के की व्हिस्की


विक्की चंद ने 2019 के अंत में असम में कैसल हिल डार्क नाइट लॉन्च की थी. यह व्हिस्की 100 फीसदी कॉर्न यानी मक्के से बनी थी. लेकिन फिर कोविड आने की वजह से उन्होंने इसको दूसरे राज्यों तक नहीं पहुंचाया था. लेकिन जानकारी के मुताबिक उनकी कॉर्न व्हिस्की इस साल के मध्य तक महाराष्ट्र और गोवा में उपलब्ध होगी. हालांकि अभी ये व्हिस्की सिर्फ असम में उपलब्ध है.


अमेरिका में 300 सालों से बन रही मक्के से व्हिस्की


अमेरिकी 300 से अधिक वर्षों से मकई से व्हिस्की बना रहे हैं. बता दें कि अमेरिका में 100 प्रतिशत मकई व्हिस्की जैसे बालकोंस बेबी ब्लू के साथ-साथ उच्च मकई बॉर्बन भी मिलेंगे. संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉर्न व्हिस्की की कानूनी परिभाषा कम से कम 80 प्रतिशत मकई के साथ फर्मेटेंड मैश वाली एक स्पिरिट है.


नॉर्थ-ईस्ट की सबसे ज्यादा बिकने वाली व्हिस्की


2013 में डिस्टिलरी ने कैसल हिल रेयर रिजर्व व्हिस्की पेश की थी. जो साइट पर उत्पादित ताजा स्पिरिट और स्कॉटलैंड से स्कॉच माल्ट का मिश्रण था. इसके बाद उन्होंने मकई और टूटे चावल से बने अनाज को परिपक्व करने के बाद 2019 और 2021 में कैसल हिल डार्क नाइट 2 और कैसल हिल डार्क नाइट 4 लांच किया था. जानकारी के मुताबिक कैसल हिल्स डार्क नाइट नॉर्थ-ईस्ट की सबसे ज्यादा बिकने वाली व्हिस्की है. बता दें कि दो साल पुरानी कैसल हिल्स डार्क नाइट की कीमत 1200 रुपये और चार साल पुरानी की 1550 रुपये है.


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