पाकिस्तान की जनता, सेना और सरकार में बैठे लोग कितने होशियार हैं आप इस बात का अंदाजा पाकिस्तानी वायुसेना के एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद के 'सेंटर ऑफ़ ग्रेविटी' वाले ज्ञान से लगा सकते हैं. फिलहाल पूरे पाकिस्तान का यही हाल है जिनको असली और नकली राफेल के बारे में नहीं पता. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के दौरान  पाकिस्तानी एयरफोर्स की तरफ से दावा किया गया था कि उन्होंने भारतीय राफेल को मार गिराया है. हालांकि बाद में पता चला कि वह एक डमी ड्रोन था जिसे इस तरह बनाया गया था कि वह देखने में सुखोई-30 और मिग-29 जैसा लगे. चलिए आपको बताते हैं कि कहां बनाया गया था राफेल जैसा नकली एयरक्राफ्ट.

यहां बने थे एयरक्राफ्ट जैसे डमी ड्रोन

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद के दौरान पाकिस्तानी सेना की तरफ से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे कि हमने भारत के इसको मार के गिरा दिया, उसको मार के गिरा दिया और बाद में पता चला कि वो DRDO के बंशी जेट और लक्ष्य डमी एयरक्राफ्ट थे जिस पर पाकिस्तान की तरफ से राफेल समझकर हमला किया गया. हालांकि, सेना की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया गया है कि इसे ब्रिटेन में डिजाइन किया गया है. आमतौर पर सेना इसका इस्तेमाल टेस्ट के दौरान टारगेट को हिट करने के लिए करती है. भारत के इन नकली डमी ड्रोन एयरक्रॉफ्ट को पाकिस्तान ने असली समझकर अपने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया जिसके बाद भारत को पाकिस्तान के रडार और कमांड सेंटर की स्थिति का पता चल गया. 

भारत ने किया था हमला 

पहले इन नकली डमी ड्रोन एयरक्रॉफ्ट को भेजकर पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दिया और फिर बाद में इजरायल के हारोप ड्रोन को भेजकर पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया . पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम के कमजोर होते ही भारतीय एयरफोर्स ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के 11 एयरबेस को निशाना बनाया. इस तरह पाकिस्तान जिस 5 भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया था वह खोखला निकला और पाकिस्तान भारत की चाल में फंस गया. 

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