भारत की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. भारत की गिनती दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में होती है. वहीं बढ़ती आबादी के साथ देश में आपराधिक घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ा है. पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई के बाद कोर्ट के आदेश पर बहुत सारे अपराधी सजा भी काट रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिला कैदी भी शामिल हैं. लेकिन सवाल ये है कि कोई गर्भवती महिला जब जेल में बच्चे को जन्म देती है, तो उसके बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट पर कहां का एड्रेस लिखा होता है.


जेलों में बंद महिला कैदी


बता दें कि भारत की जेलों में बड़ी संख्या में महिला कैदी बंद हैं. इनमें कई महिला कैदी सजायफ्ता हैं तो कुछ के मामले विचाराधीन हैं. इसके अलावा कुछ महिला कैदी ऐसी भी हैं, जो जेल में गर्भवती होने के बाद की स्थिति में पहुंची हैं. ऐसे में जेल में बंद कोई गर्भवती महिला अगर किसी बच्चे को जन्म देती है तो उसे बच्चे के बर्थ सर्टिफकेट में जन्म स्थान क्या लिखा जाता है?  आज हम आपको इसका जवाब देंगे.


झांसी जिला जेल के अधीक्षक विनोद कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जेल में बंद कोई महिला कैदी अगर गर्भवती होती है, तो उनकी डिलीवरी के लिए उन्हें जिला अस्पताल में लेकर जाते हैं. वहीं बच्चे के जन्म के बाद बर्थ सर्टिफिकेट में जन्म स्थान की जगह पर जिला अस्पताल का जिक्र किया जाता है. बता दें कि सर्टिफिकेट या अन्य किसी भी डॉक्यूमेंट में जेल का जिक्र नहीं किया जाता है. इसके अलावा जेल प्रशासन इस बात का ध्यान रखता है कि यह बात किसी को ना बताई जाए.


जेल का डाटा


एनसीआरबी की दिसंबर 2023 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कुल 1330 जेलों में कुल 5 लाख 73 हजार 220 कैदी बंद हैं. इनमें 23 हजार 772 महिलाएं हैं. इनमें से 1537 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके बच्चे उनके साथ जेलों में रहते हैं. इसमें आधी संख्या ऐसी महिला कैदियों की है, जिन्होंने जेल में ही रहते हुए बच्चे को जन्म दिया है. इन सभी बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र में जेल का जिक्र नहीं किया जाता है.


 


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