भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी युद्ध की स्थिति बनी है पाकिस्तान को तब-तब मुंह की खानी पड़ी है. कुछ ऐसा ही उस समय हुआ था जब पाकिस्तान को भारत के सामने राजस्थान में युद्ध लड़ना पड़ा था. बात साल 1965 की है. जब भारत और पाकिस्तान युद्ध के लिए एक-दूसरे के आमने सामने थे. जब भारतीय एयरफोर्स ने अपनी ताकत दिखाई तो पाकिस्तान की सेना को पीछे हटना पड़ गया था. मंजर ये था कि भारतीय वायुसेना ने रेगिस्तान को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया था और पाकिस्तान की सेना को पीछे हटना पड़ गया था. चलिए आज हम इस पूरी घटना के बारे में जानते हैं.
1965 का युद्ध और राजस्थान का रेगिस्तान
1965 में जब पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर भारत पर हमला किया, तो दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हो गया. यह युद्ध कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में लड़ा गया था. राजस्थान का रेगिस्तान युद्ध का एक अहम इलाका बना, क्योंकि यहां पर भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हवाई ठिकानों और सैनिकों पर बमबारी की.
यह भी पढ़ें: AFSPA पर मणिपुर में बवाल, जानें इस कानून से सेना के जवानों को किन चीजों की मिलती है छूट?
भारतीय वायुसेना की रणनीति
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हवाई ठिकानों और सेना के कैंपों पर लगातार हमले किए. भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तान की वायुसेना को भारी नुकसान हुआ. भारतीय वायुसेना की इस रणनीति ने पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ा दीं और पाकिस्तान की वायुसेना को अपनी कार्रवाई रोकने पर मजबूर होना पड़ा.
पाकिस्तान की हालत
पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय एयरफोर्स के सामने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी विमानों को हर मोर्चे पर मात दी. कई पाकिस्तानी पायलट अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे और पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों ने उनकी स्थिति को और कमजोर कर दिया. भारत के विमानों के हमले के बाद पाकिस्तान को अपनी वायुसेना के विमानों को वापस लौटाने और सीमा पार करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
यह भी पढ़ें: स्पेस में कितने दिन का खाना लेकर चलते हैं एस्ट्रोनॉट्स? फंसने पर आता है काम
युद्ध में भारत को मिली बड़ी जीत
1965 का युद्ध भारत के लिए एक बड़ी जीत साबित हुआ. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई हवाई ठिकानों और सैन्य कैंपों को नष्ट कर दिया, जिससे पाकिस्तान की वायुसेना और सेना को भारी नुकसान हुआ. युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच शांति समझौता हुआ, लेकिन इस युद्ध में भारत ने अपनी वायुसेना की ताकत और रणनीति से साबित कर दिया कि पाकिस्तान को हमसे टक्कर लेना कितना भारी पड़ सकता है.
यह भी पढ़ें: शराब के साथ खाने वाली चीजों को चखना क्यों कहते हैं? जान लें इसका मतलब