आपको याद होगा आज से 6,7 साल पहले जब आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे तो उस वक्त इंटरनेट की स्पीड कितनी ज्यादा कम थी. उस समय भारत में 3G का सिस्टम था. हालांकि, उससे पहले भी इंटरनेट चलता था और उस दौरान 2G का सिस्टम था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से भारत ने इंटरनेट की दुनिया में बहुत तेजी से तरक्की की है. पहले 4G और अब 5G की स्पीड से भारत में इंटरनेट चल रहा है. लेकिन कई लोगों को एक सवाल जो सबसे ज्यादा परेशान करता है, वो ये है कि आखिर ये 2G,3G,4G,5G में 'G' को क्या कहते हैं? तो चलिए आपको बताते हैं इस G को क्या कहते हैं.


2G,3G,4G,5G में G क्या है?


यहां G का मतलब जनरेशन (Generation) है. 5G का मतलब (5th generation mobile network). इसी तरह 2G,3G और 4G में भी जी मतलब जनरेशन है. जैसे जैसे इंटरनेट की स्पीड बढ़ती जाएगा, इसकी टेक्नोलॉजी में सुधार होता जाएगा...वैसे-वैसे इस जनरेशन के साथ लगे नंबर भी बढ़ते जाएंगे. जैसे अभी आप 5जी इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन कुछ समय बाद इससे भी एडवांस लेवल का इंटरनेट आएगा और आप 6जी और 7जी इंटरनेट भी इस्तेमाल कर पाएंगे.


Kbps,Mbps और Gbps में क्या अंतर है


Kbps,Mbps और Gbps आपके इंटरनेट की स्पीड बताते हैं. जैसे अगर आपके फोन में इंटरनेट स्लो है यानी 2जी में चल रहा है को वह Kbps में चलेगा. यहां केबीपीएस का मतलब 'किलो बाइट प्रति सेकंड' है. वहीं एमबीपीएस की बात करें तो यह आपके फोन में तब से शुरू है जब से 4जी और 5जी आया है. 3जी में बहुत रेयर ही एमबीपीएस में इंटरनेट चलता था. एमबीपीएस का मतलब मेगाबाइट प्रति सेकंड. वहीं जीबीपीएस का मतलब गीगाबाइट प्रति सेकंड. जीबीपीएस मतलब एक दम हाईस्पीड इंटरनेट, जो फिलहाल तो किसी नॉर्मल फोन में चलता नहीं दिखाई दिया है.


कितनी हो सकती है 5जी की स्पीड


फिलहाल भारत के हर शहर में 5जी की सुविधा उपलब्ध नहीं है. हालांकि, बड़े शहरों में 5जी उन स्मार्टफोन में चलने लगा है जिसमें ये सपोर्ट करता है. इसके स्पीड की बात करें तो जानकारी के मुताबिक, 4जी की तुलना में 5जी की स्पीड 100 गुना तेज होने की क्षमता रखती है. इसकी टॉप स्पीड 20 Gbps तक है. वहीं रियल वर्ल्ड में 5 जी की स्पीड 50 Mbps से 3 Gbps तक हो सकती है. 


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