वाहन कोई भी हो, उसमें इंजन सबसे महत्वपूर्ण होता है. यदि आप कोई भी कार या बाइक खरीदने किसी शोरूम जाते हैं तो उस शोरूम का एजेंट तो कार या बाइक में कितने सीसी का इंजन लगा है या वो कितनी पावर जनरेट करता है इन सब की जानकारी देता है. हालांकि बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें उनकी ये बातें समझ नहीं आती और वो अपनी पंसद के अनुसार गाड़ी खरीद लेते हैं, लेकिन बाद में वो उनकी इच्छा के अनुसार पर्फार्मेंस नहीं दे पाती. यदि आपके साथ भी यही परेशानी है और आप गाड़ी के इंजन उसके सीसी और हॉर्सपावर के बारे में नहीं जानते हैं और यदि आपको नहीं पता है कि गाड़ी में 1 लीटर, 1.2 लीटर या 1.5 लीटर का क्या मतलब क्या होता है तो चलिए आज हम आपको बताते हैं.


क्या होता है गाड़ी में 1 लीटर, 1.2 लीटर या 1.5 लीटर का क्या मतलब
बता दें किसी भी इंजन में जितने अधिक सीसी होंगे, वो उतना ज्यादा शक्तिशाली इंजन होता है. अमूमन सीसी इंजन में मौजूद सभी सिलेंडर का आयतन होता है. ज्यादातर सामान्य दोपहिया वाहनों में 100cc से 650 सीसी तक के इंजन का इस्तेमाल होता है, वहीं कारों के लिए कम से कम 800cc के इंजन का प्रयोग होता है. 


1000cc के ऊपर के वाहनों के इंजन को लीटर में दर्शाया जाता है, जिसमें 1 लीटर का मतलब 1000 cc समझा जाता है. वहींं यदि किसी कार में 1.2 लीटर का इंंजन है तो 1,160 सीसी कहा जाएगा, इसके अलावा यदि इंंजन 1.5 लीटर का है तो उसे 1500 सीसी समझा जाता है. वहीं 3000cc का इंजन लगा है तो उसे 3 लीटर का इंजन कहा जाएगा. इस तरह कार में लगे इंजन से उसकी शक्ति का पता लगाया जाता है. 


1.5 लीटर के इंजन में क्या होता है?
किसी भी गाड़ी में सीसी इंजन का साइज बताता है. वहीं हॉर्सपावर इंजन की शक्ति बताता है. किसी गाड़ी में 1.5 लीटर यानि 1500cc का इंजन लगा है और वह 130 पीएस की पॉवर जेनरेट करता है. इसके मायने यही हैं कि जो इंजन जितने अधिक हॉर्सपावर का होगा, वो उतना ही शक्तिशाली और ज्यादा स्पीड वाला होगा. हॉर्सपावर को साधारण तौर पर hp, bhp या PS में दर्शाया जाता है.           


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