हाल ही में भारत में पुरानी गाड़ियों को लेकर रजिस्ट्रेशन के नियमों में बदलाव किया गया है. अब 20 साल पुरानी कारों को भी दोबारा रजिस्ट्रेशन कराकर चलाया जा सकता है. ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी पुरानी गाड़ियों पर सख्त नियम लागू हैं. कहीं तय साल पूरे होते ही कार स्क्रैप करनी पड़ती है. तो कहीं मालिक रजिस्ट्रेशन बढ़ाकर उन्हें सड़कों पर उतार सकते हैं. इनमें क्लासिक और विंटेज कारों के लिए अलग प्रावधान हैं, जिससे लोग अपने शौक को बरकरार रख सकें. चलिए आपको बताते हैं क्या है इन देशों में पुरानी कार के रजिस्ट्रेशन को लेकर नियम.
अमेरिका में पुरानी कार के रजिस्ट्रेशन नियम?
अमेरिका में पुरानी कारों को लेकर नियम हर राज्य में अलग हैं, लेकिन आमतौर पर कार को 10 से 15 साल तक आसानी से रजिस्ट्रेशन के साथ चलाया जा सकता है. इसके बाद गाड़ी को दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है, जिसमें एमिशन टेस्ट और सेफ्टी चेक जरूरी होते हैं.
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अगर कार इन टेस्ट में पास हो जाए तो उसका रजिस्ट्रेशन आगे बढ़ा दिया जाता है. वहीं, अमेरिका में 20 साल से ज्यादा पुरानी कारों को क्लासिक या विंटेज कैटेगरी में रखा जाता है. इन कारों के लिए अलग नियम और खास लाइसेंस प्लेट दी जाती हैं, जिससे इन्हें कानूनी रूप से सड़क पर चलाया जा सके.
ब्रिटेन में क्या है नियम?
ब्रिटेन में कार के रजिस्ट्रेशन के नियम काफी आसान हैं. यहां आमतौर पर कार को 10 साल तक बिना किसी बड़ी दिक्कत के चलाया जा सकता है. इसके बाद हर साल MOT टेस्ट जरूरी होता है. जिसमें गाड़ी के ब्रेक, इंजन, लाइट, और पॉल्यूशन लेवल टेस्ट होता है. अगर कार इस टेस्ट को पास कर ले.
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तो उसका रजिस्ट्रेशन बढ़ा दिया जाता है और वह सड़क पर चलती रहती है. आपको बता दें ब्रिटेन में 40 साल से ज्यादा पुरानी कारों को विंटेज व्हीकल माना जाता है. ऐसी गाड़ियों को रोड टैक्स और MOT टेस्ट से छूट मिल जाती है. लेकिन इनक इस्तेमाल एक सीमित समय तक की कर सकते हैं.
दुबई में कैसे होता है रजिस्ट्रेशन?
दुबई में पुरानी कारों के रजिस्ट्रेशन की बात की जाए तो. यहां हर साल रजिस्ट्रेशन रिन्यूअल जरूरी है और इसके लिए कार की कंडीशन और इंश्योरेंस देखी जाती है. 10 साल से ज्यादा पुरानी कारों के लिए नियम अलग हैं. जैसे रोड सेफ्टी चेक और तकनीकी टेस्ट. अगर कार इन टेस्ट में पास हो जाए तो उसका रजिस्ट्रेशन बढ़ाया जा सकता है. बहुत पुरानी या क्लासिक कारों के लिए अलग नियम हैं. जिससे उन्हें सीमित समय और खास तरह से सड़क पर चलाने की परमिशन मिलती है.
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