पूरे विश्व में जब कीमती धातुओं की बात होती है तो सबसे पहले नाम आता है सोने और चांदी का. भारत में तो इन धातुओं को न सिर्फ जेवरातों के लिए, बल्कि निवेश और परंपरा का प्रतीक भी माना जाता है. दिवाली से पहले सोना-चांदी की खरीदारी का खास महत्व होता है. यही वजह है कि बीते दिन 13 अक्टूबर को सोने और चांदी दोनों की कीमतें अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गईं. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों की मानें तो चांदी एक दिन में 10,825 रुपये बढ़कर 1,75,325 रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. चलिए जानें कि चांदी के उत्पादन के मामले में कौन सा देश टॉप पर है.
कौन है सिल्वर किंग?
सबसे पहले बात सोने की करें तो चीन इस समय दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड प्रोड्यूसर है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, चीन हर साल करीब 375 टन से अधिक सोना निकालता है. इसके बाद रूस, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देश आते हैं, लेकिन जब बात चांदी की आती है तो तस्वीर थोड़ी बदल जाती है. चांदी के भंडार के मामले में दुनिया में पेरू नंबर वन देश है. यहां करीब 1,40,000 टन से ज्यादा चांदी का भंडार मौजूद है. पेरू के हुआरी इलाके में स्थित एंटामिना माइन दुनिया की सबसे बड़ी चांदी खदानों में गिनी जाती है. यही वजह है कि पेरू को ‘सिल्वर किंग’ यानी चांदी का राजा कहा जाता है.
इसके बाद कौन?
दूसरे नंबर पर रूस आता है, जिसके पास लगभग 92,000 मीट्रिक टन चांदी है. रूस की साइबेरिया और युराल क्षेत्र की खदानें ग्लोबल मार्केट में अहम योगदान देती हैं. राजनीतिक दबाव और आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद रूस की माइनिंग इंडस्ट्री ने अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है. तीसरे नंबर पर चीन है. चीन के पास करीब 70,000 मीट्रिक टन चांदी का भंडार है. हेनान प्रांत का यिंग माइनिंग जोन देश की सबसे बड़ी चांदी खदान मानी जाती है. चीन न केवल चांदी बल्कि अन्य धातुओं जैसे तांबा, कोयला और लोहा के उत्पादन में भी आगे है. यही वजह है कि दुनिया के मेटल मार्केट में उसकी भूमिका बहुत मजबूत हो चुकी है.
पोलैंड और मैक्सिको के पास कितनी चांदी
चौथा स्थान पोलैंड का है, जिसके पास करीब 61,000 मीट्रिक टन चांदी है. पोलैंड की सरकारी कंपनी KGHM Polska Miedź तांबा और चांदी दोनों का उत्पादन करती है. देश के ग्लोगोव स्मेल्टर में चांदी को प्रोसेस किया जाता है, और यह यूरोप की सबसे उन्नत मेटल फैक्ट्रियों में से एक मानी जाती है. पांचवें नंबर पर मेक्सिको है, जिसके पास लगभग 37,000 टन चांदी का भंडार है. हालांकि उत्पादन के लिहाज से मेक्सिको का नाम सबसे ऊपर आता है. यहां जकाटेकास स्थित पेनास्किटो माइन दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी चांदी की खदान है. यही वजह है कि मेक्सिको लगातार चांदी निर्यात में अग्रणी बना हुआ है.
भारत का कौन सा नंबर
भारत का नाम इस सूची में शामिल नहीं है, लेकिन यहां चांदी की मांग सबसे ज्यादा रहती है. चाहे शादी-ब्याह हो या धार्मिक त्योहार, भारत में चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. यही कारण है कि यहां का घरेलू बाजार चांदी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों को भी प्रभावित करता है.
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