Diwali 2025 Gold: दिवाली पर सोना खरीदने का बना रहे हैं प्लान, जानें कितने कैरेट में कौन-सी ज्वेलरी रहेगी टिकाऊ?
सोने की शुद्धता कैरेट में मापी जाती है. शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है, यानी इसमें किसी अन्य धातु की मिलावट नहीं होती, लेकिन यह बहुत नरम होता है और रोजाना पहनने योग्य नहीं रहता है. इसलिए ज्वेलरी बनाने के लिए उसमें थोड़ी मात्रा में अन्य धातुएं जैसे तांबा, चांदी या जिंक मिलाई जाती हैं ताकि वह मजबूत हो सके.
24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध सोना होता है लेकिन बहुत ज्यादा नरम होने के कारण इसे ज्वेलरी बनाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसलिए यह गोल्ड कॉइन, बिस्किट या इन्वेस्टेमेंट के लिए बेहतरीन होता है.
22 कैरेट सोना में सबसे लोकप्रिय और टिकाऊ गोल्ड ज्वेलरी मानी जाती है. इसमें लगभग 91.6% शुद्ध सोना और बाकी अन्य धातुएं होती हैं. यह गले के हार, चूड़ी, झुमके और मंगलसूत्र जैसी पारंपरिक ज्वेलरी के लिए सबसे बेहतर विकल्प है.
image 418 कैरेट में लगभग 75% शुद्ध सोना होता है और बाकी 25% अन्य धातुएं मिली होती हैं. यह थोड़ा कड़ा और टिकाऊ होता है, इसलिए डायमंड या स्टोन वाली डिजाइनर ज्वेलरी के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है.
14 कैरेट सोना मजबूत और टिकाऊ होता है, लेकिन इसमें शुद्ध सोने की मात्रा सिर्फ 58.5% होती है. यह डेली वियर ज्वेलरी, जैसे अंगूठी या ईयररिंग्स के लिए सही रहता है.
ऐसे में 22 कैरेट और 18 कैरेट ज्वेलरी सबसे ज्यादा टिकाऊ और रीसेल वैल्यू के लिहाज से बेहतर रहती हैं. 24 कैरेट का सोना निवेश के लिए तो अच्छा है, लेकिन ज्वेलरी के रूप में इसका टूटने या मुड़ने का खतरा रहता है.
एक बात और सोना खरीदते वक्त BIS Hallmark जरूर चेक करें. यह बताता है कि सोना सरकार द्वारा प्रमाणित है. हॉलमार्किंग में कैरेट, शुद्धता और ज्वेलर का कोड दर्ज होता है, जिससे नकली या कम कैरेट का सोना पहचानना आसान हो जाता है.