दुनियाभर में ऐसी कई चीजें हैं जिनका इतिहास हजारों साल पुराना रहा है. भारत में भी ऐसी कई झीले हैं उन्हीं में से एक है, जिनकी कई तरह की कहानियां हैं. उन्हीं में से एक है 50 हजार साल पुराना तालाब. इस तालाब का पानी इतने सालों में अब तक नहीं सूखा है. दरअसल हम बात कर रहे हैं भारत के एक विशाल बेसाल्टिक क्षेत्र में स्थित लोनार झील की बात कर रहे हैं. इस झील के बनने की कहानी भी काफी दिलचस्प है.


लोनार झील का निर्माण और इतिहास?


महाराष्ट्र में मौजूद लोनार झील के बारे में कहा जाता है कि ये एक बहुत ही रहस्यमयी झील है. इस झील को लेकर कहानी है कि रातों-रात रहस्यमय तरीके से अपना रंग बदल लिया था और गुलाबी हो गई. लोनार झील को लोफर क्रेटर नाम से जाना जाता है. इस झील के निर्माण के पीछे भी कई रहस्य जुड़े हुए हैं. ऐसा कहा जाता है लगभग 50 हज़ार साल पहले एक भारी उल्का पिंड गिरने से ये झील बनी थी. आपको जानकर शायद हैरानी हो कि स्कंद पुराण और पद्म पुराण जैसी पौराणिक किताबों में भी इस झील का ज़िक्र किया गया है.


ये भी हैं राज


इस झील को लेकर कई कथाएं बताई जाती हैं. एक कथा के अनुसार, एक लोनासुर नाम का राक्षस था जिसका वध भगवान विष्णु ने किया था, उसका खून भगवान के पाँव के अंगुठे पर लग गया था. जिसे हटाने के लिए जब भगवान ने मिट्टी के अंदर अंगूठा दिया तो वहां एक गहरा गढ्डा बना गया था.


दूर-दूर से लोग देखने पहुंचते हैं झील


जब भी लोग इस झील के बारे में जानते हैं तो वो इसके रहस्यों के बारे में सुनकर इसे देखने पहुंचते हैं, लेकिन इस झील के अंदर कोई भी नहीं जाता. समय-समय पर इस झील से जुड़े रहस्यों को सुलझाने की कोशिश भी की गई है जिसके बारे में ज़्यादा जानकारी आज तक जुटाई नहीं जा सकी है.        


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