अगर आप किसी हाईराइज सोसाइटी में रहते हैं तो आपने गौर किया होगा कि आपकी बिल्डिंग ऐसे 20 फ्लोर की है, लेकिन उसमें 13वीं मंजिल नहीं है. या आप किसी होटल में जाएं और वहां पूछें कि 13 नंबर का कमरा है? तो रिस्पेशन का जवाब साफ होगा कि सर हमारे होटल में 13 नंबर का कोई कमरा नहीं है. यहां तक कि कई एयरलाइन में 13 नंबर की सीट वाली रो भी नहीं होती. लेकिन ऐसा क्यों है? आखिर लोग 13 नंबर से इतना डरते क्यों हैं. क्या वजह है कि किसी भी चीज में 13 नंबर को नहीं रखा जाता. चलिए आज इस आर्टिकल में आपके सभी सवालों का जवाब देते हैं.


13 नंबर से क्या बैर है?


दुनिया में कई लोग हैं जो 13 नंबर से डरते हैं. इस डर को विज्ञान की भाषा में ट्रिस्कायडेकाफोबिया (Triskaidekaphobia) कहते हैं. दरअसल, दुनियाभर में ऐसे लोगों की संख्या लाखों करोड़ों में है जो 13 नंबर को अनलकी मानते हैं. वहीं कुछ लोग इस नंबर को भूत प्रेत और ब्लैक मैजिक से भी जोड़कर देखते हैं, इसलिए भी वो इस नंबर से दूरी बनाना चाहते हैं. आपको बता दें जो लोग भी ट्रिस्कायडेकाफोबिया से ग्रसित होते हैं उन्हें 13 नंबर को देखकर डर लगता है.


बिल्डिंगों और होटलों में 13 नंबर नहीं


बिल्डर और होटल मालिक ट्रिस्कायडेकाफोबिया की वजह से ही 13 नंबर से दूरी बना कर रखते हैं. दरअसल, इन्हें लगता है कि अगर वो 13 नंबर का कमरा अपने होटल में बना देंगे तो कोई उसे बुक ही नहीं करेगा. वहीं बिल्डरों को भी यही डर होता है कि अगर उन्होंने अपनी बिल्डिंग में 13वां फ्लोर बनाया तो उस फ्लोर पर कोई फ्लैट नहीं खरीदेगा.


हॉस्पिटल में बेड भी नहीं होता


कुछ दिनों पहले मैं अपने एक दोस्त को देखने नोएडा के एक हॉस्पिटल में गया था. वहां जाकर मैंने देखा तो पाया मेरे दोस्त का बेड नंबर 12ए था. इसके बाद वाले बेड का नंबर 14 था. मैंने नोटिस किया कि उस हॉस्पिटल में 13 नंबर का बेड था ही नहीं. ना ही किसी मरीज के लिए वहां 13 नंबर का कोई कमरा था. हॉस्पिटल में काम करने वाले ज्यादातर लोगों को ये नहीं पता था कि ऐसा क्यों है.


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