भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट  में कटौती का ऐलान कर मिडिल क्‍लास को बड़ा तोहफा दिया है. बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है, जिससे रेपो रेट 6.50 से घटकर 6.25 हो गया है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दुनियाभर में किस देश में सबसे कम ब्याज दर है? आज हम आपको उसके बारे में बताएंगे. 

बैंक लेते हैं ब्याज?

दुनियाभर के अधिकांश बैंक कर्ज लेने पर अपने ग्राहक से ब्याज लेते हैं. हालांकि सभी प्राइवेट और सरकारी बैंकों की ब्याज दरें भी अलग-अलग होती है. इतना ही भारत में आरबीआई जो ब्याज लेता और ग्राहक को देता है, दुनिया के दूसरे देशों में इसकी दरें अलग-अलग हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किन देशों में ब्याज दर सबसे कम है.

लोन लेना हुआ आसान

बता दें कि बीते 1 दशक में लोन लेना पहले की तुलना में काफी आसान और सरल हो चुका है. आज के वक्त आम आदमी भी आसानी से लोन ले सकता है. हालांकि आप किस काम के लिए लोन ले रहे हैं, बैंक उसी के मुताबिक ब्याज तय करती है. जैसे भारत में कृषि कार्यों के लिए किसान भाई जो लोन लेते हैं, उसकी दरें बहुत कम होती हैं. लेकिन इसके अलावा पर्सनल लोन और हाउस लोन लेने पर ब्याज काफी ज्यादा देना पड़ता है. दुनियाभर के सभी देशों में लोन और ब्याज को लेकर नियम और सब्सिडी अलग-अलग होती है. 

किस देश में सबसे कम ब्याज?

दुनियाभर के सभी देशों में लोन को लेकर नियम अलग-अलग होते हैं. कुछ देशों में लोन लेने पर ब्याज बहुत ज्यादा देना पड़ता है, तो वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां लोन लेने पर मामूली ब्याज देना पड़ता है. बता दें कि साल 2023 में 83 देशों में लोन ब्याज़ दर का औसत 14.19 प्रतिशत था. वहीं स्विट्ज़रलैंड में अभी आखिरी रिपोर्ट के मुताबिक औसत लोन ब्याज़ दर 1.50 प्रतिशत था. इसके अलावा सबसे अधिक ब्याज ज़िम्बाब्वे में था, जहां लोन पर ग्राहकों को ब्याज़ दर 170.29 प्रतिशत के मुताबिक देना होता था.

भारत में कितना लगता है ब्याज

भारतीय बैंकों में लोन पर ब्याज़ दरें, लोन के प्रकार, बैंक, और आवेदक की क्रेडिट प्रोफ़ाइल पर निर्भर करती हैं.  जैसे कृषि लोने पर में 5 फीसदी से भी कम ब्याज लगता है. वहीं स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में पर्सनल लोन पर ब्याज़ दर 11.45% से 14.85% सालाना है. इसके अलावा प्राइवेट बैंक HDFC में पर्सनल लोन पर ब्याज़ दर 10.85% सालाना से शुरू होती है. लोने के प्रकार पर ब्याज दर तय होता है. 

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