Shefali Jariwala Death: कल यानी 27 जून बॉलीवुड के लिए एक बुरी खबर लेके आया. बॉलीवुड एक्ट्रेस और मशहूर गाने 'कांटा लगा' मॉडलिंग कर चुकीं शेफाली जरीवाला का निधन हो गया. शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  कार्डियक अरेस्ट के चलते उनका निधन हो गया . हालांकि अभी भी इस बारे में जांच जारी है. 42 साल की शेफाली जरीवाला सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती थीं.

Continues below advertisement

इंस्टाग्राम पर उनके 30 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स थे. उनके अचानक इस तरह से दुनिया को अलविदा कह जाने पर पूरा बॉलीवुड शोक की लहर में डूबा है. बहुत से लोग अब उनके बारे में और जानना चाह रहे हैं. कई लोगों का सवाल है क्या वाकई में शेफाली जरीवाला का परिवार जरी का काम करता है. चलिए आपको बताते हैं कौन होते हैं जरीवाला.

Continues below advertisement

क्या शेफाली का परिवार जरी का काम करता है?

किसी के भी सरनेम के पीछे अगर वाला लगा होता है. तो उसका उस जगह से उस चीज से नाता जरूर होता है. जैसे मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पंजाब के मूसा गांव से ताल्लुक रखते थे. शेफाली जरीवाला के निधन के बाद बहुत से लोगों के मन में सवाल आ रहा है. क्या शेफाली का परिवार भी जरी का काम करता है. तो आपको बता दें शेफाली जरीवाला के पिता सतीश जरीवाला एक बिजनेसमैन हैं और उनकी मां सुनीता जरीवाला स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में काम करती है. फिलहाल उनका परिवार जरी के काम से नहीं जुड़ा हुआ. लेकिन जानकारी के मुताबिक कभी उनके पिता यह काम किया करते थे.  

यह भी पढ़ें: ये हैं दुनिया की सबसे सुरक्षित इमारतें, क्या बम क्या मिसाइल, कोई इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता

कौन होते हैं जरीवाला?

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल भी आ रहा आखिर जरीवाला कौन होते हैं. तो पहले आपको बता दें जरी क्या चीज होती है . जरी एक चमकदार और काफी महंगा धागा होता है. जो आमतौर पर सोना या चांदी से बनाया गया होता है. इसका इस्तेमाल खास तौर पर साड़ी, दुपट्टा और शेरवानी जैसे कपड़ों में एंब्रॉयडरी यानी कढ़ाई के लिए किया जाता है. भारत में यह काम काफी सदियों पुराना है और गुजरात,उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में आज भी इसे बड़े पैमाने पर किया जाता है. 

यह भी पढ़ें: यूरेनियम में ऐसा क्या किया जाता है, जो बन जाता है परमाणु बम? जानें पूरा प्रोसेस

बात की जाए जरीवाला की तो यह उपनाम उन परिवारों को दिया जाता है. जो इस काम से जुड़े होते हैं. भले ही वह इस काम को हाथों से करें यानी वह बतौर कारीगर काम करें. या फिर इस जरी का व्यवसाय करें. उन्हें जारी वाला कहा जाता है. शेफाली जरीवाला के पूर्वज भी इसी काम से जुड़े हुए थे इसलिए उनका उपनाम भी जरीवाला पड़ा.  

यह भी पढ़ें: इन देशों में नागरिकों को नहीं देना होता इनकम टैक्स, जानिए लिस्ट में कौन-कौन से नाम