किसी भी देश में जाने के लिए वीजा एक वैध दस्तावेज है. अगर आपको किसी देश की यात्रा करनी है तो इसके लिए वीजा की जरूरत पड़ती है. या किसी अन्य देश के नागरिक को भारत में आना हो तो इसके लिए उसे वीजा की जरूरत पड़ेगी. बिना वीजा के आप किसी दूसरे देश की यात्रा कर ही नहीं सकते हैं. हालांकि कुछ देशों में जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं भी पड़ती है. लेकिन कुछ देश ऐसे हैं जो कि समय-समय पर नागरिकों के उनके देश में आने के लिए वीजा पर बैन लगा देते हैं.

 ऐसी स्थिति में अगर कोई वीजा के लिए अप्लाई करेगा तो उसका वीजा कैंसिल हो जाएगा, क्योंकि उस देश की सरकार ने इसे बैन कर दिया होता है. हाल ही में सऊदी अरब ने भारत समेत 14 देशों के वीजा पर रोक लगा दी है. आखिर कोई देश वीजा पर बैन क्यों लगाता है और किन परिस्थितयों में ऐसा फैसला लिया जाता है.

सऊदी अरब में क्यों लगा बैन

अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस साल अधिकारियों को वीजा के लिए कड़े नियम करने के निर्देश किए है. रिपोर्ट्स की मानें तो वीजा में प्रतिबंध लगाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि कहा गया कि कई विदेशी नागरिक उमराह या फिर अन्य यात्रा वीजा पर सऊदी अरब आते हैं और लंबे वक्त के लिए यहां पर रुक जाते हैं. ये लोग मक्का में अवैध रूप से शामिल हो जाते हैं और फिर भीड़ बढ़ने पर अव्यवस्थाएं होती हैं. 

कब किया जाता है बैन का फैसला

जिन देशों में जाने के लिए वीजा की जरूरत होती है, वहां की सरकारें चाहें तो प्रमुख कारणों की वजह से वीजा पर बैन लगा सकती हैं. आमतौर पर कोई भी देश वीजा पर बैन लगाने का फैसला अलग-अलग कारणों से लेता है. ये सुरक्षा की दृष्टि से या फिर हेल्थ की दृष्टि से भी लिया जा सकता है. वीजा पर बैन लगाने का किसी देश की सरकार का निजी फैसला होता है. कई बार कुछ देश अपने मित्र राष्ट्र के लिए वीजा फ्री कंट्री भी कर देते हैं, ऐसे में यह भी उस देश की सरकार का अपना फैसला होता है.

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