Nuclear Attack: जब से रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) की शुरुआत हुई है, तभी से परमाणु हथियार लागतार चर्चा का विषय बने हुए हैं. दुनियाभर के देश अलर्ट पर हैं और तैयार हो रहे हैं कि अगर लड़ाई आगे बढ़ी तो न्यूक्लियर पावर का इस्तेमाल कैसे करना है. अगर परमाणु जंग होती है, तो पूरी दुनिया का खात्मा करने के लिए अभी तक मौजूद कुल परमाणु बमों में से बहुत कम की ही जरूरत पड़ेगी. इंटरनेशनल स्तर पर परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली संस्था स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की मानें तो दुनियाभर में 3500 से भी ज्यादा परमाणु हथियार हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि पूरी दुनिया को खत्म करने के लिए कुल कितने परमाणु हथियार काफी होंगे और इनके इस्तेमाल से दुनिया की क्या हालत होगी.


हिरोशिमा और नागासाकी का हाल क्या हुआ था


दुनिया में सबसे ज्यादा हथियार रूस (Russia) के पास हैं. इसके बाद नंबर आता है अमेरिका का और फिर भारत, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया. इस तरह कुल 9 देश हैं, जिनके परमाणु हथियारों का जखीरा मौजूद है. आइए परमाणु विस्फोट से विनाश का नजारा हिरोशिमा-नागासाकी के उदाहरण से समझते हैं. दूसरे विश्व युद्ध में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु बम गिराए थे. इनमें पहला विस्फोट 6 अगस्त को  हिरोशिमा में हुआ था, इस हमले में तापमान तुरंत ही 10 लाख सेंटीग्रेट तक चला गया था. 


इसके बाद 9 अगस्त को नागासाकी पर हमला किया गया. इसमें भी आग और बेतहाशा गर्मी से सबकुछ नष्ट हो गया. जो लोग बच गए थे, वो बाद में खतरनाक विकिरणों की वजह से मारे गए. बम गिरने वाली जगह से लेकर एक किलोमीटर से ज्यादा की जगह में सिर्फ जली हुई जमीन ही थी. 


विस्फोट के बाद होता है ये


न्यूक्लियर ब्लास्ट होते ही 10 सेकंड से भी कम समय में वह इलाका और वहां की जमीन आग की तरह धधकने लगती है. चारों तरफ बहुत तेज सफेद चमक पैदा हो जाती है. परमाणु विस्फोट के तीन बेहद घातक असर होते हैं. पहला ज्वालामुखी की आग से भी ज्यादा तेज गर्मी पैदा होती है. दूसरा और बेहद खतरनाक होता है रेडिएशन का असर. इसमें बेहद खतरनाक गामा किरणें निकलती हैं. ये इतनी खतरनाक होती हैं कि शरीर के जिस भी हिस्से पर पड़ जाएं, वो हिस्सा बदल ही जाता है. यहां तक कि डीएनए भी चेंज हो जाता है. इसके बाद ग्राउंड जीरो से होते हुए शॉक वेव चलती हैं, जो कई किलोमीटर के दायरे में हर चीज को तबाह करते हुए चलती हैं.


दुनिया मिटाने के लिए काफी हैं इतने बम


साल 1945 में हुई तबाही के बाद से ही इस बात को लेकर लगातार स्टडी हो रही हैं कि कुल कितने न्यूक्स का विस्फोट दुनिया को तबाह कर सकता है. अमेरिका के लॉस अलमॉस नेशनल लैब ने अपनी एक स्टडी में दावा किया था कि लगभग 100 परमाणु विस्फोट ही दुनिया को खत्म करने के लिए काफी होंगे. इससे बहुत लोग तो तुरंत ही भाप बन जायेंगे और बाकी बचे लोग परमाणु रेडिएशन से दम तोड़ेंगे या फिर ओजोन लेयर खत्म होने के कारण हुए रेडिएशन के कारण. जमीन, पानी और हवा सबमें जहर घुल जाएगा. इसके बाद भी कोई बाकी रहा तो उनमें से कुछ भूख से मर जायेंगे और कुछ कैंसर और जेनेटिक बीमारियों से जूझते हुए दम तोड़ देंगे. 


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