रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत आ रहे हैं. यह दौरा 4 और 5 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें S-400 डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति और रक्षा से जुड़े मुद्दे केंद्र में होंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात होगी. भारत और रूस दोनों ही देशों की मित्रता बहुत पुरानी है. रूस भारत का All Weather Friend है. रूस भारत के लिए हथियारों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहा है. भारतीय सेना तथा सुरक्षा बलों के लगभग 60% से ज्यादा हथियार और रक्षा संबंधी उपकरण रूसी कंपनियों के हैं. S-400 डिफेंस सिस्टम और ब्रह्मोस मिसाइल इसके प्रमुख उदाहरण हैं.
व्लादिमीर पुतिन दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र प्रमुखों में से एक हैं, इसलिए जब भी वह अपने किसी राजकीय दौरे या अन्य देशों में किसी मीटिंग या सम्मेलनों में भाग लेने जाते हैं, तो उनकी सुरक्षा भी चाक-चौबंद होती है. आपको यह जानना चाहिए कि जब पुतिन भारत दौरे पर आएंगे तो उनकी सुरक्षा कितनी अचूक होगी?
रूसी फ़ेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (FPS)
रूसी फ़ेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (FPS) एक रूसी सरकारी सुरक्षा एजेंसी है जो रूस के राष्ट्रपति और कई बड़े वीवीआईपी लोगों और अधिकारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाती है. यह 1995 में स्थापित की गई थी और इसका नेतृत्व रूस के राष्ट्रपति की देखरेख में होता है. यह एजेंसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दो दिवसीय भारत दौरे में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
जब भी पुतिन किसी दौरे या सम्मेलन में भाग लेने के लिए किसी दूसरे देश में जाते हैं तो लगभग 100 रूसी फ़ेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (FPS) के सुरक्षा कर्मी हमेशा पुतिन के साथ होते हैं. इनमें से करीब 50 सुरक्षा कर्मी पुतिन के दौरे से पहले उस देश में जाते हैं जहां पुतिन का दौरा होता है, और यह सुरक्षाकर्मी उन सभी जगहों की जांच और गहन छानबीन करते हैं जहां पुतिन जाएंगे. इसके अलावा, उनके भोजन की जांच रूस से लाई गई एक पोर्टेबल लैब में की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की ज़हर देने की साजिश से बचा जा सके. उनके व्यक्तिगत कचरे (मल-मूत्र) को भी परीक्षण के लिए वापस मॉस्को भेजा जाता है.
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पुतिन की सबसे खतरनाक कार
ऑरस सेनेट पुतिन की सबसे भरोसेमंद कार है जो कि एक लिमोजिन है. इस कार को चलता-फिरता किला भी कह दें तो कुछ गलत नहीं होगा क्योंकि यह कार अभेद्य है. यह कार पूरी तरह से बुलेटप्रूफ है और ग्रेनेड हमलों व गोलियों का सामना कर सकती है. कार को रासायनिक हमलों से बचाने के लिए वायुरोधी (airtight) रूप से सील किया जा सकता है. इस गाड़ी में 4.4-लीटर ट्विन-टर्बो V8 हाइब्रिड इंजन है. यह लगभग 598 हॉर्सपावर और 880 एनएम टॉर्क पैदा करता है. यह गाड़ी किसी भी खतरनाक हमले को झेल सकती है.
Special Protection Group (SPG)
भारत की सुरक्षा एजेंसी भी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इस भारत दौरे को सुरक्षा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. Special Protection Group (SPG) भारत की सबसे उन्नत और ताकतवर सुरक्षा एजेंसियों में से एक है, जो भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और प्रमुख लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है. यह फोर्स किसी भी बाहरी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है. मेजबान देश के तौर पर, बाहरी सुरक्षा, मार्ग की निकासी, ट्रैफिक कंट्रोल, आयोजन स्थल की सुरक्षा और भीड़ को संभालने की पूरी ज़िम्मेदारी भारत की सुरक्षा एजेंसियों पर होगी. इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाला विशेष सुरक्षा समूह (SPG), दिल्ली पुलिस के विशेष बल और केंद्रीय खुफिया एजेंसियां शामिल हैं.
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