एक समय था जब भारत में ट्रैफिक को संभालने के लिए हर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस खड़ी की जाती थी. ट्रैफिक पुलिस चालान काटती थी. अगर कोई ट्रैफिक का कोई नियम तोड़ता था तो. धीमे-धीमे चौराहों, सिग्नल्स पर ट्रैफिक पुलिस वाले देखने कम हो गए हैं. अब ट्रैफिक की पूरी व्यवस्था डिजिटल हो गई है. जहां रेड लाइट होती है वहां डिजिटल कैमरे भी होते हैं. जो सिग्नल तोड़ने वालों को या ट्रैफिक के अन्य नियम तोड़ने वालों पर कार्यवाही करने के लिए लगाए गए.  लेकिन क्या आपको पता है रेड लाइट पर लगे कैमरे किन-किन चीजों को लेकर चालान करते हैं 


हेलमेट ना लगाना


भारत में अक्सर लोग हेलमेट लगाकर बाइक नहीं चलाते हैं. छोटे शहरों में ऐसा अक्सर देखने को मिलता है कि लोग बिना हेलमेट के ही लंबी दूरी का सफर तय कर लेते हैं. जो कि काफी खतरनाक है. लोग ऐसा ना करें इसके लिए ट्रैफिक के नियमों में इसके लिए चालान तय किया गया है. अगर आप बिना हेलमेट के बाइक चला रहे हैं या कोई अन्य व्हीकल चला रहे हैं. तो रेड लाइट पर लगी हुए कैमरे आपका चालान कर सकते हैं. 


सिग्नल तोड़ना


जिस ट्रैफिक नियम को तोड़ने पर सबसे ज्यादा चालान किए जाते हैं वह है सिग्नल का तोड़ना. अक्सर लोग जल्दी में होते हैं और रेड लाइट होने के बावजूद भी उसे पार कर जाते हैं. पहले इन मामलों में ट्रैफिक पुलिस ऐसे बाइकरो या कार सवारों के पीछे जाकर इन्हें पकड़ने की कोशिश करती थी. लेकिन अब यह सब डिजिटल हो गया है कोई भी अगर ट्रैफिक का सिग्नल तोड़ता है तो रेड लाइट पर लगे कैमरे गाड़ी का नंबर दर्ज कर लेते हैं. और संबंधित व्यक्ति का ऑनलाइन चालान कर दिया जाता है.


ओवर स्पीडिंग


अक्सर सड़क पर चलने वाले वाहनों की स्पीड लिमिट तय होती है. यानी कोई भी उसे सड़क पर चल रहा होगा तो उसे स्पीड से अधिक स्पीड में गाड़ी नहीं चलाएगा. लेकिन कई बार लोग उस चीज को नजरअंदाज कर देते हैं और ओवर स्पीडिंग कर देते हैं. ओवर स्पीडिंग के चक्कर में भी रेड लाइट पर लगे हुए कैमरे आपका चालान कर सकते हैं. 


अन्य ट्रैफिक रूल्स


इसके अलावा ट्रैफिक के कई सारे ऐसे नियम है लोग जिन्हें फॉलो नहीं करते तो आपका चालान हो सकता है. जिनमें लिमिट से ज्यादा सवारियों का बाइक या कार में होना. कार के शीशों पर काली फिल्म का चढ़ा होना.


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