भारत में हिंदू धर्म को मानने वालों की संख्या सबसे अधिक है, यही कारण है कि आपको यहां कई किलोमीटर पर छोटे और बड़े मंदिर देखने को मिल जाएंगे. कुछ मंदिरों की पौराणिक गाथा इतनी प्रसिद्ध है कि यहां हर साल लाखों हिंदू दर्शन करने आते हैं. चलिए, ऐसे ही एक प्रसिद्ध मंदिर के बारे में आपको बताते हैं, जिसको भगवान राम ने विभीषण को सौंपा था. इस मंदिर के इतिहास को देखेंगे तो आपको मिलेगा कि यहां मुस्लिम शासकों के अलावा मराठाओं और अंग्रेजों ने भी लूटपाट की है. 

श्री रंगनाथस्वामी मंदिर

तमिलनाडु में स्थित श्री रंगनाथस्वामी मंदिर भारत के सबसे विशाल मंदिरों में से एक है, जो कावेरी और कालीदाम नदी के बीच एक टापू पर स्थित है. इसको दुनियाभर के सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक माना जाता है. मंदिर में भगवान विष्णु शेषशैय्या पर लेटे हुए हैं, इनके साथ यहां पर राम, कृष्ण व लक्ष्मी भी हैं. भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर कुल 155 एकड़ में फैला हुआ है. मंदिर को लेकर कई लोककथाएं प्रचलित हैं, जिसमें से एक लोक कथा के अनुसार, इस मंदिर में भगवान राम ने अपने विष्णु रूप का दर्शन विभीषण को दिया था.

भगवान विष्णु का निवास स्थान

मंदिर को लेकर प्रचलित पौराणिक कथाओं में यह भी बताया गया है कि, मंदिर में भगवान राम खुद देवताओं की पूजा करते थे. जब वे रावण को हराकर लंका से वापस लौटे तो उन्होंने, इस मंदिर को विभीषण को सौंप दिया था. उन्होंने यहां  रंगनाथ के रूप में रहने की इच्छा व्यक्त की थी और बताया जाता है कि तब से भगवान विष्णु इस मंदिर में  श्री रंगनाथ स्वामी के रूप में वास करते हैं.

इस मंदिर में कृष्ण जन्म उत्सव का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, इसके अलावा तमिल महीने मार्गजी के दौरान यह 21 दिन का पर्व मनाया जाता है. इस दौरान बताया जाता है कि 10 लाख के आसपास लोग यहां आते हैं. मंदिर में कुल 80 अलग अलग भगवानों के पूजा स्थल है. दीवारों पर तमिल सहित संस्कृत, तेलुगु, मराठी, ओड़िया और कन्नड़ में 800 से ज्यादा शिलालेख लिखे हैं. इन शिलालेखों का संबंध चोल, पांड्य, होयसाल और विजयनगर राजवंशों बताया जाता है.

इस मंदिर को अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे कि, श्रीरंगम मंदिर, भूलोक वैकुण्ठ, तिरुवरंगम तिरुपति और पेरियाकोइल. इस मंदिर को कई बार लूटने की कोशिश की गई, जिसमें मोहम्मद बिन तुगलक का नाम भी शामिल है. बताया जाता है कि उसने हमले के दौरान भगवान की प्रतिमा मंदिर में न पाकर वहां मौजूद सभी भक्तों की हत्या करने का आदेश दिया था. 

इसे भी पढ़ें- फ्लाइट में कहां होता है फ्यूल टैंक, कैसे भरा जाता है ईंधन?