अंबानी परिवार की लाइफस्टाइल हमेशा लोगों के लिए दिलचस्पी का विषय रही है. घर के रोजमर्रा के कामकाज में भी कई लोग जिज्ञासु रहते हैं, खासकर किचन और खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर. दरअसल आम भारतीय परिवारों में बेटे की शादी के बाद किचन और परिवार की जिम्मेदारियां घर की बहू के पास आ जाती हैं. श्लोका मेहता और राधिका मर्चेंट दोनों ही बहुएं परिवार का हिस्सा हैं. ऐसे में सवाल यह है कि मुकेश अंबानी के घर में किचन की देखरेख किस बहू के पास है. आइए जानें.
घर का मुखिया कौन?
अंबानी परिवार कोई छोटा मोटा मामूली परिवार नहीं बल्कि देश के सबसे अमीर परिवारों में टॉप पर हैं. उनके घर में पैसे और सोने-चांदी की कोई कमी नहीं है. मुकेश अंबानी के घर में हर काम के लिए अलग नौकर-चाकर लगे हुए हैं और सभी को उनकी जिम्मेदारियां पता हैं. मुकेश अंबानी और उनका परिवार शुद्ध शाकाहारी गुजराती हैं. ऐसे में उनके घर में खाना भी वैसा ही बनता है. अब श्लोका मेहता अंबानी परिवार की बड़ी बहू हैं और राधिका मर्चेंट जो हाल ही में परिवार का हिस्सा बनी हैं. वैसे तो अंबानी परिवार में घर की मेन मुखिया नीता अंबानी ही हैं. ऐसे में घर में अभी भी उनका ही राज चलता है.
किचन की जिम्मेदारी
वैसे तो मुकेश अंबानी के घर के किचन में नौकरों की कमी नहीं है. खाना बनाने से लेकर हर काम वही करते हैं, लेकिन जब जिम्मेदारी संभालने की बात आती है तो मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि मुकेश अंबानी के घर में किचन की जिम्मेदारी मुख्य रूप से श्लोका मेहता के पास है. श्लोका अंबानी परिवार की बड़ी बहू हैं. उन्होंने परिवार की परंपराओं और खानपान की आदतों को समझते हुए किचन की देखरेख की जिम्मेदारी संभाली है. उनके नेतृत्व में परिवार के सदस्य और मेहमानों के लिए विशेष व्यंजन तैयार किए जाते हैं, जो भारतीय शाकाहारी व्यंजनों की विविधता को दर्शाते हैं.
राधिका मर्चेंट का क्या है योगदान?
राधिका मर्चेंट अंबानी परिवार की छोटी बहू हैं, उन्होंने हाल ही में परिवार में कदम रखा है. हालांकि उनके बारे में किचन से जुड़ी कोई सार्वजनिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन वे परिवार के अन्य कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल रहती हैं. उनके योगदान को परिवार के अन्य सदस्य सराहते हैं और वे विभिन्न पारिवारिक आयोजनों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं.
अंबानी परिवार का खानपान
रिपोर्ट्स की मानें तो अंबानी परिवार का खानपान उनकी परंपराओं और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को दर्शाता है. उनके घर में तैयार होने वाले व्यंजन शाकाहारी होते हैं और विशेष अवसरों पर पारंपरिक व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाती है. इसके अलावा, परिवार के सदस्य अक्सर विभिन्न रेस्टोरेंट्स में भी भोजन करते हैं, जहां वे नए व्यंजनों का स्वाद लेते हैं और स्थानीय संस्कृति को समझते हैं.
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