भारत में बीते सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के नियम लागू हो गए हैं. इसके बाद भारत के तीन पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के 6 अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन-किन देशों में हिंदू अल्पसंख्यक के रूप में रहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किन-किन देशों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं. 


सीएए


भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू होने के बाद भारत में मौजूद पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को नागरिकता मिलने जा रही है. लेकिन भारत के और भी पड़ोसी देश हैं, जहां पर हिंदू अल्पसंख्यक के रूप में मौजूद हैं और उनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. 


इन देशों में हिंदू अल्पसंख्यक


सेंटर फॉर डेमोक्रेसी प्लूरेलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स (सीडीपीएचआर) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के सात पड़ोसी देशों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों में हिंदूओं की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. इन देशों में पाकिस्तान,बांग्लादेश,अफगानिस्तान के अलावा तिब्बत,मलेशिया,श्रीलंका और इंडोनेशिया का नाम शामिल है. 


क्या कहती है रिपोर्ट


पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और वहां हिंदुओं की स्थिति बेहद खराब है. सीडीपीएचआर की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हिंदुओं के मानवाधिकार को लेकर काफी चिंता जताई गई है. इसके अलावा बांग्लादेश में भी हिंदुओं की हालत अच्छी नहीं है. बता दें कि ढाका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अब्दुल बरकत की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 4 दशकों में बांग्लादेश से 2 लाख 30 हजार 612 लोग हर साल पलायन कर भारत भाग रहे हैं. इसके अनुसार बांग्लादेश से हर दिन 632 लोग पलायन करने को मजबूर हैं. प्रोफेसर बरकत की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश से जिस हिसाब से हिंदुओं का पलायन हो रहा है, उस हिसाब से अगले 25 सालों के बाद बांग्लादेश में एक भी हिंदू नहीं होंगे. 


सीडीपीएचआर की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में हिंदू अब लुप्त होने के कगार पर हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में साल 1970 में 7 लाख हिंदू और सिख रहते थे. लेकिन आज स्थिति ऐसी है कि अफगानिस्तान में सिर्फ 200 हिंदू परिवार रहते हैं. इसके अलावा तिब्बत में भी हिंदुओं की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. मलेशिया भी इस्लामिक देश है और यहां 6.4 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की है. इस देश में धार्मिक आधार पर भी कई पाबंदियां हैं. 2000 की जनगणना के मुताबिक मलेशिया में करीब 14 लाख हिंदू थे. इसके अलावा श्रीलंका और इंडोनेशिया में भी हिंदू अल्पसंख्यक है. 


 


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