जमीन से जुड़े और समाज के लिए अपने दम पर काम करने वाली कई शख्सियतों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने का केंद्र सरकार की ओर से ऐलान कर दिया गया है. क्या आपको पता है कि पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों को क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं? क्या इस सम्मान के साथ उन्हें इनामी में रुपये भी मिलते हैं? अगर आपको भी जानने हैं इन सवालों के जवाब तो फटाफट इस स्पेशल खबर को पढ़ लीजिए...


कब किया गया पद्म पुरस्कार का ऐलान?


बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानी 25 जनवरी 2024 को पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों के नाम घोषित किए गए. इनमें पार्बती बरुआ, जगेश्वर यादव, चामी मुर्मू, गुरविंदरसिंह, सत्यनारायण बेलेरी, दुक्खू मांझी, के चेलम्मल, संगठन कीमा, हेमचंद मांझी, यानुंग जामोह लेगो, सोमाना, सर्बेश्वर बासुमातारी, प्रेमा धनराज, उदय विश्वनाथ देशपांडे, यज्दी मानेकशा इटालिया, शांति देवी पासवान, शिवम पासवान, रतन कहार, अशोक कुमार बिश्वास, बालाकृष्णम सदानम पुथिया समेत 34 लोग शामिल हैं. इन सभी को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. 


किन्हें मिलेगा पद्म भूषण?


पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों की लिस्ट में 17 लोगों के नाम हैं. इनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाइक, गायिका उषा उथुप और दिवंगत अभिनेता विजयकांत आदि शामिल हैं.  इनके अलावा उच्चतम न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश दिवंगत एम. फातिमा बीवी, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, बॉम्बे समाचार के मालिक होर्मुसजी एन. कामा को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.


पद्म विभूषण पाने वालों की लिस्ट में कौन?


अभिनेता कोनिडेला चिरंजीवी, भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मा सुब्रमण्यम, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक दिवंगत बिंदेश्वर पाठक को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है.


क्या सम्मानित शख्सियत को मिलते हैं रुपये?


बता दें कि पद्म पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति को भारत के राष्ट्रपति एक प्रमाणपत्र और एक पदक से सम्मानित करते हैं. इनामी राशि की बात करें तो पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों को किसी भी प्रकार की कोई धन राशि नहीं दी जाती है. यह महज एक सम्मान है, जो भारत सरकार अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वालों को देती है. पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण, तीनों ही पुरस्कारों में किसी भी तरह की धनराशि नहीं दी जाती है. 


क्या सरकार वापस ले सकती है यह पुरस्कार?


बता दें कि यह पुरस्कार कोई पदवी नहीं होता है, जिसे सम्मानित व्यक्ति अपने नाम के साथ इस्तेमाल कर सकें. अगर कोई भी सम्मानित शख्सियत अपने नाम के साथ पद्म पुरस्कार का जिक्र करता है तो सरकार उनसे यह पुरस्कार वापस ले सकती है.


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