Operation Sindoor: भारत ने एक बार फिर दुश्मन के घर में घुसकर अपना बदला लिया है. भारत ने इस बार 'ऑपरेशन सिंदूर' किया है. 7 मई 2025 को हुए इस ऑपरेशन में भारत ने पीओके में मुरिदके, कोटली, मुजफ्फराबाद और बहावलपुर में बने आतंकी इलाकों को अपना निशाना बनाया है. खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय लश्कर-ए-तैयबा और TRF के इन 9 इलाकों के ठिकानों को एयरस्ट्राइक करके ध्वस्त कर दिया गया है.
शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में कम से कम 3 लोग मारे गए हैं और 12 लोग घायल हुए हैं. सरकार की तरफ से कहा गया है कि यह हमला संयमित था और इस पूरे हमले में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को टारगेट नहीं किया गया है.
यह पहला मामला नहीं है जिसमें भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया हो,इससे पहले भी इस तरह के मामले हो चुके हैं. चलिए उनके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
ऑपरेशन विजय भारतीय सेना ने कारगिल की पहाड़ियों को दुश्मन से मुक्त कराने के लिए 26 मई साल 1999 में ऑपरेशन विजय चलाया था. दोनों देशों के बीच करीब 2 महीने तक युद्ध हुआ और 14 जुलाई 199 को भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय के सफल होने की घोषणा की.
ऑपरेशन मेघदूत 13 अप्रैल 1984 को भारतीय वायुसेना ने आपरेशन मेघदूत की शुरुआत की. इस ऑपरेशन का लक्ष्य दुनिया के सबसे कठिन इलाकों में से एक सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण स्थापित करना था.
ऑपरेशन पराक्रम2001 में संसद आतंकी हमले के बाद सेना ने दिसबंर में ऑपरेशन पराक्रम शुरू किया. हालांकि इसमें दोनों देशों के बीच कोई युद्ध तो नहीं हुआ लोकिन भारत-पाकिस्तान सीमा पर हजारों सैनिकों को तैनात किया गया था.
सर्जिकल स्ट्राइककश्मीर के उरी में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए 28 सितंबर, 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी. इस ऑपरेशन का लक्ष्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी लॉन्चपैड्स को नष्ट करना था.
बालाकोट एयर स्ट्राइक 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में बालाकोट एयर स्ट्राइक किया था. जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में घुसकर हवाई हमला किया था.
इसे भी पढ़ें- क्या जंग लड़ने से इनकार कर सकते हैं सेना के जवान? जानें क्या है नियम