एक दौर था जब लोग भारत को सोने की चिड़िया कहा करते थे. पूरी दुनिया में ये बात लोकप्रिय थी कि भारत में जितना सोना, हीरे, मोती और अनमोल रत्न हैं उतना पूरी दुनिया में कहीं नहीं हैं. यही वजह रही की समय समय पर इस सोने की चिड़िया को लुटेरों और आक्रमणकारियों ने खूब लूटा. अंग्रेज भी उन्हीं में से एक थे. भारत पर सौ साल के शासन के दौरान उन्होंने यहां से बहुत कुछ लूट कर ब्रिटेन की तिजोरी भरी. आज हम आपको ब्रिटिश रॉयल फैमिली के कुछ ऐसे ही गहनों के बारे में बताएंगे जो इस वक्त भले ही उनके कब्जे में हैं, लेकिन असलियत में वो भारत की अमानत हैं. सबसे बड़ी बात की इन गहनों की कीमत कई करोड़ में है. जबकि कोहिनूर की तो कीमत भी नही लगाई जा सकती, क्योंकि वैसा हीरा इस पूरी पृथ्वी पर अब तक दूसरा नहीं हुआ.


19 बड़े पन्नों (Emeralds) से सजी करधनी


तस्वीर में दिख रही ये सुंदर चीज एक करधनी है जिसे भारतीय महाराजा शेर सिंह अपने घोडे़ को सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे. सोने से बने इस करधनी में कुल 19 बड़े आकार के पन्ने जड़े गए हैं. द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ये आभूषण 1912 के आसपास भारत से ब्रिटेन लाए गए थे. आज इस भारतीय आभूषण पर ब्रिटिश रॉयल फैमिली का अधिकार है. इसके कीमत की बात करें तो आज के समय में ये कई करोड़ का आभूषण है.




रूबी का शानदार नेकलेस


तस्वीर में दिख रहा 325.5 कैरेट रूबी का ये शानदार नेकलेस आज भले ही ब्रिटिश रॉयल फैमिली का हिस्सा हो, लेकिन 1996 में अकैडमिक सुसान स्ट्रोंग द्वारा किए गए एक रिसर्च में पता चला कि इस नेकलेस का संबंध मंगोल विजेता तैमूर से है. इसके साथ ही इस रिसर्च में पता चला कि ये रूबी जैसा दिखने वाला पत्थर असल में रूबी से अलग एक स्पिनल है. स्पिनल एक लाल रंग के पत्थर को कहते हैं. इसे पहली बार 1969 की बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री में फिल्माया गया था जब इसे एलिजाबेथ द्वितीय ने सबके सामने पेश किया था. यह शानदार नेकलेस भारत से ही ब्रिटेन पहुंचाया गया था. इस नेकलेस की कीमत भी आज कई सौ करोड़ में है.




224 बड़े-बड़े मोतीयों की माला


तस्वीर में दिख रहीं क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने एक सुंदर मोतीयों की माला पहनी है. इस माला में पूरे 224 अनमोल मोती जड़े गए हैं. द गार्जियन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1987 में रॉयल ज्वेलरी पर हुए एक स्टडी में पता चला की ये 224 मोतीयों कि माला असल में भारत के पंजाब से ताल्लुक रखती है. पंजाब से ही इसे ब्रिटेन ले जाया गया था, जिसके बाद इस पर ब्रिटिश रॉयल फैमिली का हक हो गया.




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