उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन को ऐसे ही सनकी नहीं कहा गया है, उसकी सनक दुनियाभर में मशहूर है. किम जोंग उन अक्सर अमेरिका को परमाणु हमले की चेतावनी देता रहता है. वह कहता है कि वो अमेरिका के खिलाफ लड़ाई में परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. पिछले साल अक्टूबर में तानाशाह ने अमेरिका और साउथ कोरिया पर दुश्मनी बढ़ाने का आरोप लगाया था. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब नॉर्थ कोरिया अमेरिका को धमकी दे चुका है. वह इससे पहले भी कई बार ऐसा कर चुका है.
कोरिया ने किया अमेरिका का विरोध
दरअसल हाल ही में अमेरिका ने गोल्डन डोम को बनाने की बात कही है. जो अमेरिका की मिसाइल शील्ड योजना है और वह बहुत खतरनाक है. जिसको लेकर किम जोंग उन का कहना है कि अमेरिका अंतरिक्ष को हथियार बनाना चाह रहा है. इसको लेकर नॉर्थ कोरिया ने विदेश मंत्रालय को एक ज्ञापन सौंपा है और एयर डिफेंस सिस्टम को बहुत ही खतरनाक धमकी देने वाली पहल कहा है. कहीं न कहीं नॉर्थ कोरिया को गोल्डन डोम के बनाए जाने से खतरा महसूस हो रहा है, शायद यही वजह है कि वो अमेरिका का विरोध कर रहा है.
परमाणु संपन्न देश है कोरिया
नॉर्थ कोरिया बार-बार खुद को परमाणु हथियार संपन्न देश बताता रहा है. उसने हमेशा से अमेरिका और साउथ कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास की निंदा की है. पिछले कुछ दशकों से उत्तर कोरिया अपने परमाणु मिसाइल कार्यक्रम के कारण अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. उत्तर कोरिया के पास छोटी, मध्यम और लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलें हैं. इसके अलावा उसके पास बैलिस्टिक और हाइपरसोनिक मिसाइलें भी हैं. जिसमें से बैलिस्टिक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
कहां तक पहुंच सकती है कोरिया की मिसाइल
उत्तर कोरिया ऐसा दावा करता आया है कि उसके पास ऐसी तीन इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें हैं जिनकी मारक क्षमता अमेरिका तक है. इसके अलावा दावा है कि उत्तर कोरिया के पास हुआशुंग-14 मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 10,400 किलोमीटर तक है. अमेरिका और उत्तर कोरिया की दूरी 10,367 किमी ही है, ऐसे में वो उत्तर कोरिया की परमाणु मिसाइल की जद में तो आता है. नॉर्थ कोरिया के पास ऐसी बहुत सी मिसाइलें हैं, जो कि लंबी दूरी तक वार कर सकती हैं.
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