आपने अक्सर गाड़ियों पर अलग-अलग नंबर प्लेट लगी देखी होगी, जिसे आप बेहद आसानी से इग्नोर कर देते हैं. दरअसल ये जानकारी बहुत कम लोगों को होती है कि उस नंबर प्लेट के क्या मायने हैं और उसके रंग की पीछे क्या वजह है. आपको बता दें कि किसी भी गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट उस वाहन के अलावा उसके मालिक के बारे में भी जानकारी दे सकती है. ऐसे में कई बार आपने वाहनों पर लाल कलर की नंबर प्लेट देखी होगी, लेकिन आपको उसके बारे में जानकारी नहीं होगी. तो चलिए आज हम इस नंबर प्लेट का क्या मतलब होता है ये जान लेते हैं.


क्यों लगाई जाती है लाल नंबर प्लेट


यदि आपने बिना नंबर की लाल प्लेट देखी है तो समझ जाइए वो किसी आम व्यक्ति की गाड़ी नहीं है. दरअसल ये नंबर प्लेट भारत के राष्ट्रपति और राज्यों के गवर्नर की गाड़ियों पर ही लगाई जाती है. वहीं जब नंबर प्लेट लाल रंग की हो और उसपर नंबर भी लिखा होता है तो समझ जाइए कि उस वाहन का अबतक स्थायी पंजीकरण नहीं हुआ है. दरअसल जब नई कार ख़रीदी जाती है या फिर उसका नंबर नहीं जारी किया जाता तो आरटीओ द्वारा ये टेम्पररी नंबर जारी किया जाता है. जिसकी वेलिडिटी एक महीने की होती है.  


अलग-अलग रंगों की होती है नंबर प्लेट


इसके अलावा नंबर प्लेट काली, पीली, नीली, सफेद भी होती हैं. जिनके भी अलग-अलग मायने होते हैं. जैसे नीले रंग की नीले रंग की नंबर प्लेट विदेशी प्रतिनिधि और राजदूतों के वाहनों पर लगाई जाती हैं. इन नंबर प्लेटों में राजदूतों के देश का ही नंबर कोड़ लगा होता है. इसके अलावा पीले रंग की नंबर प्लेट कमर्शियल वाहनों पर लगाई जाती हैं. वहीं हरे रंग नंबर प्लेट इलेक्ट्रिक वाहनों पर लगाई जाती है, बता दें इन नंबर प्लेट का पर्यावरण से कोई लेना देना नहीं होता है.   


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