Mango: इंदौर में आम खाने से एक महिला की मौत होने की खबर सामने आई. महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है. फोरेंसिक वालों को आम में संदिग्ध जहर के अंश मिले हैं. हालांकि, अभी इसकी जांच चल रही है, लेकिन ऐसे में मन में सवाल आता है कि क्या सच में आम खाने से किसी की मौत हो सकती है? दरअसल, आजकल आम को पकाने के लिए एक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. आइए इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं.


केमिकल से पकाया जाता है आम


आम में फाइबर, विटामिन सी, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक हैं. आम की सप्लाई बढ़ाने के लिए और लंबे समय तक उसकी ताजगी बनाए रखने के लिए उन्हे गैर-प्राकृतिक तरीके से पकाया जाता है. इसके लिए जहरीले केमिकल का उपयोग किया जाता है, जिससे कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं. केमिकल से पकाया गया आम जहरीला हो सकता है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने इस केमिकल के साइड इफेक्ट के बारे में बताया है और इसकी जांच के लिए आसान तरीके सुझाए हैं.


जहरीले मसाले से पकाते हैं आम


FSSAI के मुताबिक (संदर्भ), आम को आर्टिफिशियल रूप से पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग किया जाता है. कैल्शियम कार्बाइड को 'मसाला' भी कहा जाता है. आम के अलावा, यह केमिकल केला, पपीता और अन्य फलों को पकाने के लिए भी उपयोग किया जाता है. इससे एसिटिलीन गैस उत्पन्न होती है और यह गैस आम को पकाती है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने आम पकाने में इस्तेमाल होने वाले इस खतरनाक केमिकल, कैल्शियम कार्बाइड के निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स को बताया है:


1. उल्टी 
2. चिड़चिड़ापन
3. बहुत ज्यादा प्यास लगना
4. कमजोरी
5. सिर घूमना 
6. निगलने में मुश्किल
7. त्वचा में अल्सर और अन्य समस्याएं


केमिकल से पके आम की पहचान


केमिकल से पकाने पर आम का रंग, आकार और स्वाद बदल जाते हैं. एक नजर में आर्टिफिशियल पके आम नैचुरल लगते हैं, लेकिन इनमें पोषक तत्वों की कमी हो सकती है और साथ ही साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है. FSSAI बताता है कि आपको काले धब्बे वाले आम से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें कैल्शियम कार्बाइड से उत्पन्न एसिटिलीन गैस हो सकती है. आपको किसी भी फल को खाने से पहले अच्छी तरह से धो लेना चाहिए. FSSAI के मुताबिक, जिस आम पर काले धब्बे होते हैं, वह केमिकल से पका हो सकता है.


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